मनीष श्रीवास्तव
@kahanibaaz · 1:33
Naya saal mubarak ho
जो भी है, सब अच्छा है। और उम्मीद करता हूं कि नया साल जिंदगी को नई रोशनी लेकर आया। गया। कुछ नई उम्मीदें, कुछ नए हौसले, कुछ नई खुशियां, कुछ नए बाहर, कुछ नए मौसम, कुछ नए दोस्त, कुछ नए रिश्तेदार, कुछ नए चाहने वाले। खैर। नया साल। बहुत बहुत बार।
नमस्कार? मैं? नीर जी? जय। माता दी। आपने बिल्कुल। सही कहा कि यह साल हमें बहुत कुछ सिखा के जा रहा है। बहुत कुछ हुआ। अच्छा। बहुत कुछ। बुरा। पर। बहुत कुछ सीखा है। मैंने भी। और इस इस साल की सबसे अच्छी बात और क्या हो सकती है? कि मुझे आपकी कहानियां? आपकी सीख? आपकी? मधुर? आवाज में स्वेल। सुनने मिले हैं। जिस तरह से आप गीता को इतनी खूबसूरती से समझाते हैं उसकी सीख को इतनी अच्छे से समझाते हैं? बहुत अच्छा लगता है। मनीष। जी। बस। मैं उम्मीद करती हूँ।