आपको यह हमेशा ध्यान देना चाहिए कि आपकी जो वाणी है वो इतनी मधुर हो? कम से कम क्या? आपका जो संबंधी है? आपका जो पार्टनर है? आपका जो रिश्तेदार है वो आपको इतनी वैल्यू दे? आपको इतना वो सम्मान दे? आपकी वाणी की वजह से। और बाकी? तो अगर आपकी वाणी शुद्ध है, मीठी है? तो आप जग जीत सकते हैं। निश्चल रूप से अगर आपका चरित्र सही है? तो आपको श्री कृष्ण खुद अपनी शरण में लेते हैं। और आपके जीवन को समृद्ध बनाते हैं। राधे राधे।
Vipin Kamble
@Vipin0124 · 1:49
तो आप पसंद किए जा रहे हो। और यदि कटु है? क्रूर है? द्वेश से पूर्ण है? तो आप अपने चरित्र का वर्णन कर रहे हैं। मधुर। वाणी भी चरित्र का ही वर्णन करती है किन्तु आपके सकारात्मक चरित्र के विषय में बताती है। और कटु? वाणी? और दुर्व्यवहार से भरी हुई। वाणी। आपके नकारात्मक चरित्र का दर्पण होती है। और आपने बहुत सही कहा। यदि चरित्र सही है तो श्रीकृष्ण हमें अपने चरणों में ले लेते हैं। और नहीं है? तो सभी को पता है की क्या होता है? बहुत अच्छी पोस्ट। बहुत अच्छा।
मतलब यह नहीं की आप बहुत ही ज्यादा मीठा बोलने लगे अच्छी बोली। जैसे मैं अभी आपसे आपके स्वेल पर रिप्लाई कर रही हूँ तो मेरी वाणी ना बहुत मीठी है। ऐसे ही बात करते हैं। तो जो कृष्ण जी की आप हमें बातें बताते हैं। अपनी कविताओं के जरिए। आजकल तो लोग गीता भी नहीं पढ़ते हैं पूजा पाठ से भी दूर ही हैं। तो मुझे बहुत खुशी होती है कि आप हमारे जो विचारधारा है नकारात्मक को सकारात्मक कर देते हैं। क्योंकि आप हमेशा सकारात्मक बातें कहते हैं। तो बहुत बहुत शुक्रिया मनीष जी।
Shivani Ganta
@Poem_world._03 · 1:18
हेलो? सर? आपका जो स्पेल था? जैसे की आपने बताया, पानी? और रानी को अपने रिश्तेदारों से? अपने पार्टनर से? जैसे आपने कंपेयर किया हैं? ये सही बात है कि हम कभी कभी भूल जाते हैं कि हम वादा लेकर चलते हैं? कि हम ये रिश्ता हमेशा के लिए नही पाएंगे? लेकिन कभी कभी रुक जाते हैं? कभी कभी। हम वो भूल जाते हैं। वो चीजें जो कि हमें नहीं भूलना चाहिए। वो। 1 हमारा चरित्र दर्शाता है कि हम कैसे हैं? हमारा स्वभाव कैसा है? हमारा? हमारे आइडिया कैसे है? तो अपनी जो दर्शाया है।
Uchi. Uchita Galaiya
@Feather · 0:13
hi? this is father? or? thank? you? very much? for? posting? this will actually? pany? or? pany? is? a? very beautiful? spill? so please? to keep? posting? like this? and thank? you? very much?
Kushagra verma
@Kushagraverma · 3:31
पानी और वाणी को। जैसे आपने रिश्तों के साथ में जोड़ा है। और समझाया है दर्शकों को? कि? अपनी वाणी को? कितना सुमधुर बनाए? कि आपके रिश्ते भी साथ चलते रहें? हंसी और खुशी से। पर। कभी कभी होता है न? की पानी बहुत गहरा होता है। इतना गहरा होता है कि हमें उसकी गहराई समझ में नहीं आती। वैसे ही कभी कभी हमें किसी की वाणी का भावार्थ समझ में नहीं आता कि कोई क्या कहना चाह रहा है? जैसे कि जो माँ बाप कहते हैं। बच्चों को अक्सर नहीं समझ में आता?
यह नहीं कि मैं बहुत उन्हें मैंने दुख देना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि वो खुश। पर कभी कभी जो मन में होता है वो बोल देती हैं। पर हाँ ये आपकी बात बिल्कुल ठीक है? कि अगर कुछ गलत बोलने से। और कई बार आपके रिश्ते टूट जाते हैं? कोई भी हो? कैसा? है? आपके? भाई? बहन? आपका? अपना? कोई मतलब? आपके? हसबैंड? बाई? जिसके बीच में भी कई बातें हैं। और हम कुछ भी भूल जाते हैं। और मुझे लगता है यह बात सिर्फ छूटों को? नहीं?
Sabi Sharma
@swenzaa67 · 0:34
हेलो? मनीष सादी बोल रही हूँ। मैंने। अभी आपका ये स्वर सुना जिसका शीर्षक आपने रखा है। पानी और वाणी। जैसा कि। आपने कहा कि अगर वाणी मधुर हो तो आप जग जीत सकते हैं। बिल्कुल सही कहा। आपने किसी का दिल जीतने का सही तरीका है। वाणी। अगर आप अच्छे से किसी से बात करते हैं किसी से मीठा। 2 बोली बोलते हैं? तो आप वहीं उसका दिल जीत जाते हैं। बहुत ही अच्छी कहानी सुनाई आपने। बहुत अच्छी बात बताई। आपने। मुझे। आपका ये स्टॉल बहुत अच्छा लगा। बस। ऐसे ही लिखते रहिये।