मनीष श्रीवास्तव
@kahanibaaz · 2:19
कभी अभिमानी मत बनिए..
लेकिन उसके साथ साथ वो बहुत अभिमानी था। और 1 अभिमानी। इंसान को समझा लेना बहुत ही मुश्किल काम है। श्रीकृष्ण स्वयं कहते हैं कि ज्ञानी तथा अज्ञानी इंसान को समझाया जा सकता है। लेकिन अगर वो इंसान अभिमानी है तो उसे सिर्फ और सिर्फ वक्त ही समझा सकता है। जब इंसान का वक्त आएगा और उसी वक्त जब सबक सिखाएगा तो वो खुद ब। खुद समझ आता है। सार यह है ज्ञानी बन, अज्ञानी बनिए। लेकिन जीवन में कभी भी अभिमानी मत बनिए।
Uchi. Uchita Galaiya
@Feather · 0:46
नमस्कार? मनीष जी। मैं फेदर। मैंने। आपका सर। अब भी ही जस्ट। सुना? बिल्कुल। सही? कहा। आपने की ज्ञानी बनी। अज्ञानी बनी। किंतु अभिमानी कभी मत बनिए। कारण? अभिमान आपकी प्रवृत्ति आपकी वृत्ति? और आपका चरित्र सब नष्ट करके रख देता है। और यदि उसे समय रहते नहीं बताया गया तो वह इंसान को पूरा का पूरा नष्ट कर देता है जिसके बाद इंसान का को व्यक्ति पर नहीं रह जाता। और आपका स्वेल काफी अच्छा लगा। और इसी तरह आप छोटे छोटे बातें हमें बताते रहिये। और ऐसे ही हम सुनते रहेंगे। सो?
मेरी तरफ से बहुत बहुत नमस्कार। मनीष जी। आपको। राधेराधे आपका जूनियर स्वैल। आज कभी अभिमानी मत बनिए। बहुत ही अच्छी तरह से आपने। हम सब के साथ अपने विचार प्रस्तुत किए। और मैं अपने कुछ विचार प्रस्तुत करते हुए ये कहना चाहती हूं कि यह बिल्कुल सही कहा? मनीष जी आपने कि जीवन में? व्यक्ति चाहे? यानी चाहे? अज्ञानी? उसको हम समझा सकते हैं। लेकिन अगर हम अभिमानी है यहाँ कोई दूसरा व्यक्ति अभिमानी है तो हम उसको समझाना। मुश्किल है। तो जीत किसके लिए? हार? किसके लिए? जिंदगी भर? ये तकरार किसके लिए?
Swell Team
@Swell · 0:15
Avyagra Pratap Singh
@Avyagra · 0:52
क्योंकि अपने अहंकार के चलते वो अपने प्राण भी था उसे कुछ दिखाई ही नहीं दिया। तो बहुत ही अच्छी कहानी आपने रही। और उम्मीद करता हूँ आपके माध्यम से सभी पानिया सुनने को मिलती।
राधे? राधे? मनीश जी। बहुत ही अच्छा टॉपिक दिया। आपने। कि अभिमानी मत बनिए। और आपका? कहना? बहुत ही उचित है। मुझे बहुत अच्छा लगा कि हमें अभिमानी नहीं बनना चाहिए? क्योंकि जब हम अभिमानी बन जाते हैं। 1 होता है स्वाभिमान? कि आप रिस्पेक्ट करते हैं अपनी और दूसरों की? और 1 होता है अभिमान? जहाँ आपको अपने ऊपर इतना ज्यादा कह लीजिये कि 1 गर्व होता है? 1? देखिये गर्भ की भी 1 सीमा है। जैसे? मैंने बताया कि स्वाभिमानी? वो इंसान है? जो अपने ऊपर गर्व करता है। उसे अपने पर कॉन्फिडेंस है?