@kahanibaaz

Dimag ki shanti..

article image placeholderUploaded by @kahanibaaz
नमस्कार? दोस्तों। मेरा नाम है मनीष। और मैं। लिखता हूँ? कहानियाँ? और लोग? मुझे? कहते हैं, कहानीबाज़ कहते हैं न की जिंदगी में। हम कितने इंसानों से मिलते हैं? हमारे कितने दोस्त बनते हैं? और हमेशा? हमें? ये लगता है न कि हम जो बोल रहे हैं वो सही है? या फिर हम जिससे बोल रहे हैं वो सही है? हमें नहीं पता होता कि हम जिससे जो बात कर रहे हैं क्या वो बात उस व्यक्ति के लिए? उस समय पर करना सही है? और हमें लगता है न कि हम किसी से कोई चीज शेयर करके? या फिर किसी से कोई चीज बता करके अपने दिमाग को शांत कर लेते हैं?
@Learningtobeme
Ava K
@Learningtobeme · 4:30
तो यह बात तो सच है कि हमको हमेशा यह बात ध्यान रखनी चाहिए। कभी भी हम कुछ डिसकशंस करना चाहते हैं? किसी तरीके की बातचीत रखना चाहते हैं। अब कुछ समस्याओं का समाधान चाहते हैं? तो यह बात आपको बहुत ध्यान रखनी चाहिए कि आप ये सब किस से चर्चा कर रहे हैं? परिवार में भी काफी हमारे डिफ्रेंसेज होते हैं। 1 ही मां बाप के। जो बच्चे हैं वो अगर 2 हैं, 3 हैं तो वो तीनों का ही स्वभाव अलग होगा? जबकि वो 1 ही कुल में पैदा हुए हैं।
@Gamechanger
Ranjana Kamo
@Gamechanger · 0:05
thats it a beautiful tot thanks for sharing ba by
@Swell
Swell Team
@Swell · 0:15

Welcome to Swell!

@kadambarigupta
Kadambari Gupta
@kadambarigupta · 0:53
और मन से निकले जो शब्द होते हैं न? मुख से। निकले शब्द वो बाण की तरह होते हैं कि तीर छोड़ दिया? तो उसे वापस नहीं ले सकते हैं? बहुत बहुत शुक्रिया। मनीष जी। ऐसे लिखते रहिये। मुझे, सुनाते रहिये। आपका दिन। मंगल मय हो। जय माता दी।
@trawell_cast
rajat chakraborty
@trawell_cast · 3:36

#authorspeak #trawellcast #lifejournal

मुझे ढूंढ रहा होता है की मेरे सिर पर डाल दे ताकि अपने खुद का टेंशन खत्म हो जाए। 1 सीमा तक कोई व्यक्ति उस चीज को सुन पाता है और 1 सीमा तक उसको बर्दाश्त कर पाता है। उसके बाद लोग आपसे दूरी बनाना शुरू कर देते है। तो ये बहुत इमपोर्टंट है। ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होगा इस जीवन में। जो जिसने गलती न की हो। जिस जिसको कोई क्षति नहीं पहुँची हो। चाहे मानसिक हो, चाहे शारीरिक हो, चाहे स्पिरिचवल हो? कुछ न कुछ। ऐसी। क्षति पहुँचती है जीवन में।
@GreyMatter
Himanshi Thakur
@GreyMatter · 2:56
तो और जो लोग थोड़े नकारात्मक प्रवृत्ति के होते हैं उनके दे हमेशा ही वो किसी न किसी को कंप्लेन करते रहेंगे? गॉसिप करते रहेंगे। तो मुझे ऐसा लगता है कि आप जो चीज दूसरों के समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं उसका 111? जो उसका प्रभाव आप पर तो पड़ ही रहा है पर वो सामने वाले व्यक्ति प्रसाद ज्यादा ही पड़ रहा है। और वो 1 अच्छे वक्ता का द्योतक है। अगर आप यह सोच पा रहे हैं कि आपके जो श्रोतागण हैं उन्हें कैसा लगेगा? और उनके मन में आपके वाणी से क्या विचार आये? अगर आप ये सोच पा रहे हैं तो आप सही मायने में 1 अच्छे वक्ता है।
@challasrigouri
Challa Sri Gouri
@challasrigouri · 0:55
आप ऐसी स्वेल करके हम सबको बहुत अच्छे मेसेज देने की कोशिश की। मुझे बहुत अच्छा लगा। आप ऐसे ही कहानी हमारे साथ शेयर करते रहिएगा। हमें और भी इंस्पायर करते रहिएगा। धन्यवाद।
0:00
0:00