मनीष श्रीवास्तव
@kahanibaaz · 3:04
Mujhe bhi to haq hai na..
हर दफा अपने इश के हर लस में वस्तु नहीं लिखते हैं? हम? तो क्या हमें इतनी भी आजादी नहीं कि हम भी अपने इश की फरमाइस कर सके? नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम है मनीष और मरेगतंकहानिया। आज की जो कहानी मैंने लिखी है वो ये है कि आजकल के इस्ट में होता क्या? है न? कि 1 लड़का 1 लड़की जब रिलेशनशिप में आते हैं तो जो मैंने ऑब्जर्व किया है वो ये होता है कि 1 लड़का जो है की मोस्ट ऑफ द टाइम 1 लड़का जो है कि अपना हंड्रेड परसेंट देता है और ट्राई करता है कि सारी चीजें सही रहे?