@kahanibaaz

Phir se shuru karte hain..

article image placeholderUploaded by @Manu1989
और वो वक्त ऐसा हो जाता है कि आपको इस रिश्ते से निकालना पड़ता है। और वक्त रहते अगर आप निकल गए काफी अच्छा होता है। और अगर आप रुक गए वहीं पे तो फिर जिंदगी का 1 पड़ाव आपका ठैरा चाहता है। मेरा तजुर्बा यह कहता है न कि जो बीत गया उसको बीत? जाने। 2 न? जो चीजें बीत गई उसको याद करके फायदा क्या है? वो आपको तकलीफ के अलावा कभी कुछ हो? नहीं? देंगे? jstklinkelets format your mind and start with the freson। थैंक यू?

#trust #relationship #swell #refresh #start

@Vipin0124
Vipin Kamble
@Vipin0124 · 1:30

@Manu1989

आने के लिए। समय लगता है? मेरे साथ भी हुआ। बट? फोर्चुनेट ली। अब दिक्कत नहीं होती है? अब जो आपने कहा न? फिर से शुरू करते हैं? सही बात है? फॉर्मेट? मार? 2। क्लीन? स्लेट? क्लीन? डिस्क? क्लीन स्क्रीन? न्यू? फाइल? एंड स्टार्ट? विद? द न्यू? अच्छी? सोच? अच्छा? लेखन? बेहतरीन तरीके से। आपने। समझाई। अपनी बात। ऐसे ही लिखते रहिए। और सभी लोगों को अच्छी, अच्छी बातें, सभी का मार्गदर्शन करते रहिए।
@HemaSinha1978
Hema Sinha
@HemaSinha1978 · 1:10
लेकिन बहुत अच्छा कहा है आपने? कि हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। हमें आगे भरना चाहिए। उन सब बातों को भूल जाना चाहिए। कहते हैं समय सारे जख्म भर देता है तो समय निकल जाएगा। वो फिर आगे। हम धीरे धीरे उसको भी भूल जाएंगे। बहुत अच्छा लिखा है। बहुत ही अच्छा बोला है। आपने। आगे भी। आशा करूंगी कि ऐसे ही आप। अच्छी अच्छी स्वैल डालते रहे। और हम लोग सुनते रहे। थैंक यू सो मच।
@nikhil5155
Nikhil Kumar
@nikhil5155 · 0:21
hello? how? are you? and? थैंक? यह काफी अच्छा लिखा है। आपने? और इसी बात पर। 2 लाइन शेयर करना चाहूंगा? आई? होप? आपको? पसंद? आएगी? दिल? ना? उम्मीद? तो? नहीं? नाकाम ही तो है। लंबी है। गम की शाम? मगर? शाम ही तो है? सो? थैंक? यू? सो? मच।
@kadambarigupta
Kadambari Gupta
@kadambarigupta · 1:30
मनीष जी। मैंने किताब में पढ़ा था। और यही कहूँगी की जो अंत में आपने लाइन। कई की फर्माट माइंड। बहुत अच्छा लगा। मुझे। आपकी। कविता बहुत अच्छी लगती है। ऐसे लिखते रहिये। और आपको। बहुत कामयाबी मिले। थैंक यू सो। मच वंस अगेन।
@Kushagraverma
Kushagra verma
@Kushagraverma · 3:17
कि हाँ मेरी दोस्त हैं। सहेली है? ऐसी ऐसे किस्से कहानिया थे? तो जब प्रेजेंट में कभी उससे मिली? तो मुझे लगा कि मैं जितना एक्साइटेड हूं वो भी एक्साइटेड हो। लेकिन वो रिस्पांस नहीं मिला? क्योंकि उसको तो याद ही नहीं है। वो अपने प्रेजेंट में इतना खोई हुई है कि उसको बीते हुए हो से कोई मतलब ही नहीं है। हर इंसान का अलग अलग क्राइटेरिया होता है? लाइफ को जीने का? तो फिर थोड़ा सा डिस्ट्रेस फुल हो जाता है। की क्या हुआ?
@Poem_world._03
Shivani Ganta
@Poem_world._03 · 1:22

@Manu1989

हाई? मनीष सर। आपका? जो ये स्वेल था? फिर से शुरू करते हैं। वाकई बहुत बढ़िया था। इसमें। सबसे इम्पोर्टेंट चीज थी कि जो छोड़ जाते हैं हमें उसे तो फर्क नहीं पड़ता? वो तो अपनी लाइफ में आगे बढते रहते? लेकिन हम वह के वहीं ठहर जाते हैं। ऐसा बिल्कुल ही नहीं करना चाहिए। हमें। हमें अपने जिंदगी में खुद आगे बढ़ना चाहिए। क्योंकि कोई आगे हमें नहीं निकाल सकता। उस सिचुएशन से हैं? जब वे बहुत ब्रोकन। सा फील होता है? अलोन हो जाते हैं। लेकिन हमें आगे बढ़ के अपने आप को खुश करना ज्यादा जरुरी है।
@kriti13
kritika tiwari
@kriti13 · 1:47
हाई? मनीश? पता। 1 उम्र लग जाती है? लोगों को? जानने में? उनपर भरोसा करने। पर। जब तक भरोसा हो पाता है। वो इंसान हमारे बहुत करीब आ जाता है। उसकी आदत हो जाती है? फिर? उससे दूर जाना? उसके बिना? 1 पल? ये इमेजिन भी नहीं कर सकते। हम?
@talktosalman
Syed Salman
@talktosalman · 2:27

@kriti13

इस चीज में भी बहुत वक्त लगता है। तकलीफ रहती है। तमाम चीजें। हर तरह की फीलिंग होती है। हर तरह की फीलिंग का सामना करना पड़ता है। यह गिल्ट होती है। बहुत सारी चीजें होती हैं। लेकिन जो आपके अंदर बस गया सो बस गया। और जब जो इंसान अगर 1 बार दिल में बस जाए उसको भूल कर के उसको छोड़ कर के। 1 नई शुरुआत कैसे हो? बिल्कुल? आपने? यहा में बहुत सही कहा कि अंदर से तो नहीं? आप? बाहर से जरूर इंसान शुरू कर सक? लेकिन अंदर जो इंसान रह गया वो हमेशा के लिए रह जाता है।
@zoyi
Sanad Khan
@zoyi · 1:21

@talktosalman

ऊपर से? कुछ भी कर लें? हम? अंदर से? तो ये चीज सामने वाले के साथ? क्यों नहीं होती? वो? तो यू चुटकों बुला देता है? इतना ईजी हो जाता है? कि इगनोर कर दिया? बिल्कुल? जैसे? कभी आप थे ही नहीं? आप? मुझे? प्लीज? बताएंगे? यह कैसे? हो सकता है? थैंक? यू सौरी?
@talktosalman
Syed Salman
@talktosalman · 2:05

@zoyi

मैं उस वक्त की बात कर रहा हूँ जब आप भूल इसलिए नहीं पाते हैं क्यूंकि आपने सारे मोमेंट्स को 1 साथ में जिया होता है। हर 1 मोमेंट पहले। आप वही सारे मोमेंट्स लाइफ की जितनी भी सारी चीजें हैं। वो किसी और के साथ कर रहे होते हैं। और और इस वक्त? वही हर 1 चीज आप। जब अकेले होते हैं तो उन 1 मोमेंट्स में हर 1 मोमेंट में वो आपको याद आते ही है जो आप भूल नहीं सकते। जो आप और आप काफी वक्त से करते आ रहे हैं तो वो आपके साथ जुड़ जाता है।
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