मनीष श्रीवास्तव
@kahanibaaz · 2:36
मूल्यवान कौन है..
विचारने के बाद। अगर आप इस निर्णय में पहुंचते हो कि वो बात जरूरी है आपके लिए। उस बात से आपको आघात पहुँचा तो आप निश्चित रूप से उस इंसान को भूल जाओ। और अगर आपको लगता है कि वो इंसान जरूरी है वो बात बस कुछ वक्त के लिए प्रभावित कर सकते हैं। आपको? तो बेहतर है आप वो बात भूल जाओ। श्रीकृष्ण भी यही कहते हैं की अगर कोई बात बुरी लगे तो उसको हमेशा 2 तरीके से सोचना चाहिए। अगर बात बुरी है तो इंसान को भूल जाओ। और अगर इंसान जरूरी है तो उस बात को भूलना बेहतर होता है। विचार कीजिएगा बताइएगा?
Sabi Sharma
@swenzaa67 · 0:46
हेलो? मनीष? राधे राधे साबी? बोल रही हूँ। मैंने। अभी। आपका स्वर सुना? जिसका शीर्षक आपने रखा है। मूल्यवान कौन है? बहुत अच्छे तरीके से आपने बताया कि कैसे हर 1 बात को 2 तरीके से सोचना चाहिए? बिल्कुल? सही कहा आपने? हर बात को हमें 2 तरीके से सोचना चाहिए। कभी भी सिर्फ नेगेटिव पॉइंट व्यू से नहीं सोचना चाहिए। और यह भी सही बात है की अगर बात जरूरी है तो इंसान को छोड़ 2 और इंसान जरूरी है तो बात को छोड़।
अपने अपने वर्तमान और भविष्य को अच्छा बरकरार। रखने में हमें अपना ध्यान देना चाहिए। और मुझे बहुत अच्छा लगता है। जिसे आपका उच्चारण। आप। जो विषय चुनते हैं। बात करने के लिए थैंक यू सो मच। और ऐसे ही लिखते रहिये। हमें सुनाते रहिये। और मैं आपको इस बात का भी धन्यवाद देती हूँ की आपने मेरा स्वेल सुना और अपने रिप्लाइज दिए। अपने अपने विचार व्यक्त किए। बहुत बहुत शुक्रिया। राधे। राधे। जय माता।