मनीष श्रीवास्तव
@kahanibaaz · 2:06
बदले की भावना भरसक ना आने दें
नमस्कार दोस्तों। मेरा नाम है। मनीष होरा। में लिखता हूँ? कहानिया राते रात है? जिंदगी? में? क्या होता है? कोई इंसान चाहता है? या फिर सोचता है? कि वो हमें धोखा दे रहा है? और वो में देता भी है? वहाँ पर पता है? क्या है? 1? जो बुद्धिमान इंसान होता है वो सारी चीजों को देखता है? परखता है? और जहाँ लगता है कि उसे बोलना चाहिए वो वहाँ बोलता है। और जहाँ उसे लगता है कि उसे नहीं बोलना चाहिए।
Shivani Ganta
@Poem_world._03 · 1:59
लेकिन हमारे चरित्र को हम बखूबी निभा सकते हैं। ये कि हमें उनसे रिस्पांड नहीं करना चाहिए। वही सही तरीका होता है। और मुस्करा कर। हमें चलते रहना चाहिए। अपनी राह पर। अपनी मंजिल पर। ना कि। कोई भी। आकर। कुछ भी बोल के जाए। उससे हमें दुख नहीं होना चाहिए। क्योंकि उसका चरित्र वैसा है। तो हमें पलट कर। जब आप वही चरित्र में रहने नहीं देना चाहिए। धन्यवाद। सर। आपका। स्वेल। बहुत ही खूब था।
और कुछ ऐसे दुख होते हैं जो हम चाह के भी माफ नहीं कर सकते। तो ये तो उस व्यक्ति पर ही है। इस व्यक्ति के साथ बुरा हुआ है? माफ करना चाहिए? नहीं करना चाहिए। पर हाँ? आप बदला ना ले। बदले से दूर रहे हैं। बदले की भावना को अपने अंदर माने दे। और उन इंसानों, उन गलत इंसानों को देखा कीजिए वो ही। 1 मैं कहती? ठीक? चीज? मेरे हिसाब से ही है? क्योंकि मैं ऐसे ही करती हूँ। मैं उन लोगों को अनदेखा ही करती रह? चलते? रह लो? और पर मैं उन्हें माफ़ नहीं कर पाती।
Uchi. Uchita Galaiya
@Feather · 1:13
1 नई सीख हमें बताने की उम्मीद है इसी तरह आप आगे और प्रयास करते रहेंगे और हमें आगे और ऐसी नई नई सीख देते रहेंगे। मुझे आपका यह स्पेल काफी पसंद आया और मैं इसे स्वयं मानने की कोशिश करती हूं और मानती भी हूँ और इसी तरह आप बताते रहिये, लिखते रहिये? और बोलते रहिये। और उम्मीद है आप और भी आगे। ऐसी सीख हमें बताएंगे और देंगे। और थैंक यू वेरी। मच। आपका। बहुत बहुत धन्यवाद। थैंक यू।