नमस्कार? दोस्तों, राधे? राधे। मेरा नाम है मनीष। और मैं लिखता हूँ? कहानिया। जिंदगी में स्नेह? प्यार? ऐसी ताकत है जो किसी को भी झुकने के लिए मजबूर कर सकती। मैं फिर से 1 उदाहरण दूंगा। आपको के स्नेह में। वो ताकत थी जिसने कृष्ण को सुदामा के सामने झुकने के लिए मजबूर कर दिया। और श्री कृष्ण भगवान थे। और सुदामा। 1 गरीब ब्राह्मण। लेकिन मित्रता और उनके साधक जो थे।
तो आपने बहुत बड़ी बात कही। मैं उम्मीद करती हूं कि लोग आपकी स्वेल सुनें और अपने जिंदगी में इसे सिर्फ। सुने ही नहीं। इसे जिंदगी में अमल करना शुरू कर दे। तो ये जो लड़ाई झगड़े हो रहे हैं जो ये लोग 1 दूसरे से दूर हो रहे हैं। शायद नहीं होएंगे? तो बहुत बहुत शुक्रिया। मनीष जी। ऐसे ही हमें सुनाते रहिये। लिखते रहिये। आपका दिन मंगलमय हो। जय माता दी।