यूं ही? कोई बेवफा हुआ? नहीं करता। परिंदे भी। समझने लगे। मुझे अपना दोस्त। पर। हिंदे भी समझने लगे हैं। अब मुझे अपना दोस्त। क्योंकि मेरी ख्वाहिशों को पंख जो लग गए हैं। मेरी ख्वाहिशों को पंख जो लग गए हैं। बड़ी बेरहम हो जाती है। ये दुनिया। बड़ी बेरहम हो जाती है। ये दुनिया। जब कभी थोड़ा बेहिजाब होने की कोशिश में होते हैं। हम। जब कभी थोड़ा बेहिजाब होने की कोशिश में होते हैं। हम। कायनात की हर बाजी जीतकर जीती जाती है। कायनात की हर। बाजी जीत कर जीती जाती है।