मुश्किलें आती हैं। जब जीवन में। मुश्किलें आती हैं? जब जीवन में। और उदास हो जाती हूं चारों तरफ से। और उदास हो जाती हूं चारों तरफ से। तो कहीं गहरे अंधकार को चीरती हुई? तो कहीं गहरे अंधकार को चीरती हुई। उजाले की हल्की सी किरण नजर आती है? उजाले की हल्की सी किरण नजर आती है? और सारे हालातों को पलट कर 1 नया उजास फैला देती है? और सारे हालातों को पलट कर 1 नया उजास फैला देती है? ये क्या है? अंतर मन में? ढूंढती हूँ? तो आवाज आती है? यह क्या है?
Jagreeti sharma
@voicequeen · 0:42
गुड। इवनिंग जाम। कविता में। जीवन का बहुत ही खूबसूरती से सेट किया है। आपकी। कविता। मुझे बहुत अच्छी लगी है। आपकी। कविता सुन कर। मुझे। मेरी कविता की 2 लाइनें याद आती है। जिंदगी की धूप और छाँव। जिंदगी। कभी धूप? तो कभी छाँव। सुख। और दुःख। जिंदगी के अहम। पड़ाव। तुम इससे घबराकर रुक, न जाना, आगे ही आगे बढ़ते जाना। सुख। दुख। जिंदगी के अहम पर। आओ। आप। इसी तरह से कविताएं लिखते रहिएगा।
तो हर अंधकार से जीवन के हर अंधकार से बाहर निकालेंगे। भगवान जी हम ईश्वर बहुत सुन्दर कविता है। आपकी। ऐसी अच्छी अच्छी कविताएं लिखते रहिये। सुनाते? रहिये। थैंक? यू जय जी।