हित को दरकिनार कर स्वहित को तवज्जो देते हैं। गठबंधन के सारे सिक्के, ठगबंधन के सारे सिक्के हैं। 1 ही थैली के चट्टे? बट्टे हैं? 1 ही थैली के चट्टे? बट्टे? नहीं करना? देश का सर्वनाश हमें? नहीं करना? देश का सर्वनाश हमें नहीं करनी। छवि धूमिल? िसकी? नहीं करनी, छवि धूमिल? लिसकी। ये देश। मेरा यों ही महकता रहना होगा, ये देश मेरा यों ही महकता रहना होगा। इन राष्ट्रवादियों के हाथों में।
Jagreeti sharma
@voicequeen · 0:54
god ning कविता मेरा देश है। कविता में अपने देश की वर्तमान राज, बताने, का, या देश के प्रेमियों के हाथ में होनी चाहिए। जिनके लिए स्वात से बड़े लाभ हित पहले आता है। जो भारत की विश्व पटल पर नई छवि बनाने में अग्रणी भूमिका दिखाए। आप इसी तरह की कविता रहिये और हम को प्रवेश करते रहिये। धन्यवाद।