Jaya Chawla
@JayaC · 2:38
Jab sahib-e-alam hi mulk se wafa n karen .. tab sipahiyon ki kurbaniyan bekar jatee hain ..
जब पीतल का हो बोल? बाला? तो चांदी फिर कौडियों के दाम पे बाजार जाती है। फिर कौड़ियों के दाम पे बाजार जाती हैं। इतना भी तकदीर को जरूरी न होना चाहिए। इतना भी तकदीर को जरूरी न होना चाहिए। कि तदबीर की हर तहरीर यूँ हार जाती है। की तदबीर की हर तहरीर यूं हार जाती है। और 1 आखिरी शेर? जो शायद आप में से कुछ लोगों के दिलों को जरूर छू जाएगा। कि 1 बुजदिल परी पर बाहर छोड़कर क्यों? 1 बुजदिल परी पर बाहर छोड़कर क्यों जी हुजूरी करने सरकार के दरबार जाती है?
Hema Sinha
@HemaSinha1978 · 0:46
नमस्कार? मैं? मैं? हेमा सिन्हा? आज। स्वैलपोस्ट पर। आपके। शेर सुने? जो आपने शेर सुनाये हैं। आप कह रही हैं? 1 शेर दिल को छू जाएगा? मैं? तो कह रही हूं? आपके सारे? शेर? मेरे दिल को छू गए? इतना सुंदर? बोला है? आपने? बहुत ही खूब। हालांकि 1 शब्द तो मेरी समझ से भी परे थे। फिर मैने वो देखे समझे? तो समझ आया। बहुत ही खूबसूरत तरीके से। मैम। आप हर्ष करती है। बहुत ही अच्छा। वेरी। नाइस? आगे भी। आशा।