Jai Nigam
@jainigamk · 0:29
छोटे शहर , आम लोग । chhote shaher, Aam log
छोटे शहर, आम, चेहरे और कम। आमदनी के घरों से निकले हुए। हम लोग इस दुनिया में अपनी कहानी बदलने आए हैं। हमें वो ख्वाइश पूरी करनी है। वो हर ख्वाब पूरा करना है। जो अधूरी रह गई थी। हमें लोगों की भीड़ में नहीं दौड़ना। हमारे अपने अलग रास्ते हैं और अलग मंजिलें।
हेलो? जेयनिगमजीमुझे आपकी स्वेल बहुत अच्छी लगी। आपका 1 टाइटल छोटे शहर आम लोग सच में बहुत बढ़िया है। और आपका हर 1 वाक्य जो आपने स्वेल के द्वारा हमें बताए हैं वो सच में बहुत अच्छा है। रियली इस वंडरफुल। और आप इस कविता से हमें जो संदेश दिया है वो तो अमूल्य है। तो इसलिए धन्यवाद। थैंक यू।