गर्मी में? पेड़ों से? यारी रहती है? सर्दी में? क्यों? हाथों में आरी रहती है? मैंने? उसी में? मन रखा होगा? कभी? इस वजह से ही। जेब भरी रहती है? क्या? जानें? कब? हो? जाए? बारिश? उनपे भी। हर आपका सूरत संवारी रहती है? बिक? जाने। दे? ये। मेरी सांसें। आज। तू। इनमें ही तो मेरी उधारी रहती है। ये। दुश्मनी भी। कुछ मुहब्बत सी लगती है।
Vipin Kamble
@Vipin0124 · 0:50
गुड। ईवनिंग, मत्री। बेहद। खूबसूरत काव्य पठन। आपने। बेहद। सुंदर तरीके से पूरी रचना को प्रस्तुत किया। आपका। वॉइस कमांड लैंग्वेज। कमांड डेप्थ। बहुत खूबसूरत है। आप। 11 शब्द को बहुत सही तरीके से सटीक रूप से प्रस्तुत करती है। और रचना का बल बढ़ जाता है। और सुनने वाले को रचना बेहद पसंद आती है। ऐसे ही कावयबठनकरते रहिये हम सबके साथ शेयर करते रहिये। आपका। बहुत बहुत धन्यवाद।