देखे थे जिंदगी भर के सपने उसके साथ। लेकिन पता न था। दगा दे। वो इतनी आसानी से छोड़ देगी मेरा हाथ लेकिन उसे आज भी चाहता हूँ। मैं दिल में। दिल लगी है कैसे भूल उसके साथ बीते पल क्यूँकी अभी भी यादें बची हैं दगा दे उसने मेरा दिल तोड़ दिया था। मतलब पूरा होते ही मेरा साथ ही छोड़ दिया था। पर भूल नहीं सकता। मैं। उसे। क्यूँकी कहीं न कहीं यह बात सही है की लोग आये
तब मुझे अपने कॉलेज की याद आ रही थी। कॉलेज में। मैं जिस तरह सबके साथ रही थी। मतलब जिस तरह ईवेंट्स में, एक्टिवली में पार्टिसिपेट की थी। ऐसा मुझे बहुत सारे चीजों का याद आ रहे थे। और जब आपकी सेल सुन रही याद दे बची है। मैं उसे बहुत रिलेट कर पाई। बहुत बहुत धन्यवाद। उत्कृष। ऐसे ही स्वेल्स। करते रहिएगा? धन्यवाद।
Gumnaam writer
@Gumnam_Writer · 0:57
है? रुत्कसकमालकीलाइनस है? आपने? जो पढी बाकी में। इंसान जो है चला जाता है। लेकिन बहुत सारी यादें जो है की छोडके जाता है। उन यादों को याद कर के कभी कभी खुशी भी मिलती है। लेकिन बाज दबा तकलीफ खैर। मैं चंद लाइन ही कहना चाहूँगा? कि कतुस्कुआप्यार करने से बच रहा हो? तिरी यादों को खुद से दूर कर रहा हू। मेरे अंदर से। मेरी मौत कब की हो चुकी है? तिरे झूठे वादों की चिता में। हर पल चल रहा हू कितु मेरी मैयत पे? तो जरूर।