हेलो? एवरीवन? मैं? हू? मांसारी? हाजिर? हूँ? अपनी नई कविता के साथ। जिसका शीर्षक है? जिंदगी की रीत। मिलते हैं? जब। 2। अजनबी। 1। नया। अध्याय शुरू होता है। तभी। रुह को? मिल जाती हैं। धड़कन। और सांसे। कहते हैं हम? जिसे जिंदगी। मुश्किलों से भरा। सफ़र है। जिंदगी। काटों के बीच? खिली? फूल सी। जिंदगी। कभी बाहर है? जिंदगी? कभी। मौसम की? मार? है? जिंदगी? चाहिए? होता है?