सुना है। चांद गवा है तेरे। हर अल्फाज का कि। तेरा कड़वा बोल भी मिश्री से मीठा लगा है। जानता है ये दिल। तू बे वफा है वफा तुझ से। फिर भी यह कर रहा है। चांद गवा है झूठे। 1 बार का दिल दिल फिर भी। तुझ से। मिलने की जिद? कर रहा है। सांसों के करमा। अब फना हो रहा है। सांसों। का करमा। फना हो रहा है। धड़कनों का सांस। टूटा जा रहा है। चांद गवा है तेरी नजरअंदाजी का।
Urmila Verma
@urmi · 1:21
हुमा। जी। आपकी रचना। सुने। बेहद। खूबसूरत। रचना। चांद गवाह है। बहुत ही अच्छा लगा। सुनकर। कि किस तरह से। जो आपकी रचना की नायिका है। उसकी सच्ची मोहब्बत का गवाह चांद है। उसके होश। आवास खोने का चांद गवा है। उसकी सुदबुद खो देने का चांद गवा है। उसकी हर स्थिति का, हर परिस्थिति का चांद गवा है। चांद। इतना खूबसूरत होता है। मन को मोह लेता है। लेकिन नायिका है। अपने टूटे दिल की। सारी। दास्तां चांद को बयां कर रही है।