ह**ो एवरीवन मैं हु मन सारी हाजिर हूँ आप सबके सामने अपनी लिखी 1 कविता लेकर जिसका शीर्षक है हमे भी दर्द होता है हम भी इंसान हैं हमारे सीने में भी दिल धड़कता है क्यों हमसे परहेज करते हो हमे भी दर्द होता है माना की किस्मत के मारे हैं हम मुफलिसी में भी न हारे हैं हम जी लेते हैं जिंदगी को किसी तरह मगर इस बेबस जिंदगी से हमें भी दर्द होता है गरीबी में पल रहे हैं हम रूखी सूखी खाकर गुजर बसर कर रहे हैं हम हमारा दिल भी लजीज पकवान को तरसता है हाँ हमें भी दर्द होता है बचपन में ही बड़े हो गए हम बाप की क*ी पूरी कर रहे हैं हम दिल हमारा भी मचलता है बेहद तड़पता है सच बताऊं हमें भी बहुत दर्द होता है छोटे भाई बहनों को किसी तरह बहलाते हैं हम गर्मी हो या ठंड सड़कों पर जीवन बिताते हैं हम मखमली बिस्तर हो हमारा भी दिल करता है इन अधूरे ख्वाब से हमें भी दर्द होता है जाहिल गवार कह कर दुत्कारे जाते हैं हम ऐसी उंगलियां उठाई जाती जैसे बहुत बड़े गुनहगार हैं हम मन हमारा भी पढ़ाई करने को करता है पेट ही बड़ी मुश्किल से भरता है क्या करें इस बात का हमें भी दर्द होता है हमारी मदद करो नहीं कहेंगे हम बेदर्दी से मत झिड़को सहन सकेंगे हम हमे भी प्यार अपना पन चाहिए होता है आप महसूस तो करो हमें भी दर्द होता है हमें भी दर्द होता है बहुत बहुत शुक्रिया।
Muqéèť Úřrahmån
@Mrperfect · 1:09
माँ हैं। रेशम के कारखाने में। मां हैं। रेशम के कारखाने में। बाप। कोख से। मां की। जब से मिला है। बच्चा। खोली के काले दिल में हैं। जब। यहां से निकल जाएगा, कारखानों में। काम। आएगा। अपने मजबूर। बेट की बातें। भूख? शरमाएगी। बढ़ाएगा? हाथ? सोने के फूल उगलेंगे। जिसमें चांदी का धन। लुटाएगा। खिड़कियां होंगी। बैंक? रोशन खून, खिड़कियां होंगी। बैन की रोशन?
Mohd Faisal
@Zaheeruddeen786 · 0:07
ऊठे कोई अलिफ तो उसे। वे बताते हैं वो जो गरीब गुरबा के बच्चे पढ़ाते हैं।
जिंदगी हो। मेरी परवाने की सूरत? या रब। इल्म की क्षमा से हो। मुझको। मोहब्बत। यारब हो। मेरा काम। गरीबों की हिमायत करना। दर्दमंदों से, रीफों से मुहब्बत करना। मेरे अल्लाह बुराई से, बचाना। मुझको नेक जो राह उस राह पे चलाना मुझको।
Mohd Faisal
@Zaheeruddeen786 · 0:28
मुफलिस के मरहमों को चाहिए। दिल के सहारे? वो तो होते हैं? किस्मत के मारे? हो सके तो दुख उनके बांट। लो। मिल जाए। उनको भी। खुशियों के निवाले। रखो। दिल को थोड़ा। बड़ा? खुश? होगा। तुमसे खुदा। गरीबी। कोई बीमारी? नहीं? न? गरीबों से प्रेस करना।
Swell Team
@Swell · 0:15
Anurag Singh
@its_me_patel_ · 1:06
अगर आपके पास वो चीज हैं और कोई इसकी डिमांड में है? आपको एक्स्ट्रा है। आप दे सकते हो तो बिल्कुल। 2 उन्हें भी 1 इंसान के तरह ट्रीट करो उनकी भी मदद करो। थैंक यू सो? मच?