क्यों इतने संगदिल बन जाते हो हर तरह के पैतरे आजमा आते हो सांस लेने से पहले ही गला दबाते हो आखिर मेरे जरिए ही तो दुनिया में आये हो फिर क्यों ये बात तुम बार बार बुलाते हो फिर क्यों ये बात तुम बार बार बुलाते हो माँ बाप के घर में रहूं तो पराया धन कहते हो बया कर जाऊं तो पराये घर से आई हो कहते हो आखिर मैं ही तो मकान को घर बनाती हूँ फिर क्यों नहीं तुम मुझे अपनाते हो फिर क्यों नहीं तुम मुझे अपनाते हो जरा बड़ी हुई नहीं कि पहरे लगाते हो घिनौनी नजरों का शिकार बनाते हो आखिर ये जहाँ मेरा भी तो है फिर क्यों नहीं मुझे सुख चैन से जीने देते हो फिर क्यों नहीं मुझे सुख चैन से जीने देते हो ख्वाहिशों को अपने अंदर दबा लेती हूँ मैं तो आंसू अपने छुपाकर खुशियां देती हूँ तुमको ज्यादा नहीं बस इतनी सी बर्खास्त करती हूँ मैं इस समाज से ज्यादा नहीं बस इतनी सी दरखास्त करती हूँ मैं इस समाज से मुझे अपना बना लो मुझे अपना बना लो बहुत बहुत शुक्रिया बहुत बहुत मुहब्बत हैं।
Swell Team
@Swell · 0:15
Muqéèť Úřrahmån
@Mrperfect · 0:19
ये चिड़ियाँ भी मेरी बेटी से कितनी मिलती जुलती है ये चिड़िया भी मेरी बेटी से कितनी मिलती जुलती है कहीं भी साख गुल देखें तो झूला डाल देती हैं कहीं भी साख से गुल देखें तो झूला डाल देती है।