पक्ष के क्वेश्चन का आंसर किया जाए? तो दोनों तरफ से यह आसान काम हो जाएगा। और देशवासियों को भी कुछ इसका फायदा होगा। तो मुझे ऐसा लगता है कि कहीं न कहीं इसमें सुधार की आवश्यकता है। दोनों पक्ष? बैठ के। 1 बेर? मिनिमम। कंपल्सरी? वर्किंग? ओवर्स। संसद का काम। आज। कामकाज बिना रिकॉर्ड होना चाहिए। हर 1 के मुद्दे अपनी जगह सही है? विपक्ष अपनी जगह से ही है। सरकार अपनी जगह सही है। पर इसके बाद भी। मुझे लगता है। कुछ अहम मुद्दों पर चर्चा होना चाहिए, संभाषण होना चाहिए।
हेलो? हिमेश? पॉलिटिक्स? न? कॉमन? कॉमनमैन? सुनने के बाद मुझे आपके साथ? मैंने? 45 दिन पहले। जो 1 स्वेलकास्टकिया था। महाराष्ट्र की पॉलिटिक्स को लेकर? और कहाँ से? ये? अफवायें? या? ये सब? माहौल? गरमा रहा है? कहाँ से शुरू हुआ? अजय दादा? दूसरी पार्टी में जा रहे हैं? बीजेपी के साथ? जा रहे हैं? या फिर सिंदी की कुर्सी जा रही है? ये? वो? ये सारी? तमाम? चीजें? सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के आसपास ही घूम रहे हैं?