sandali gupta
@hasratemanzil · 1:46
नारी (once again with updated lines)
हेलो? एवरीवन? आप सबको। मेरी नारी की कविता। इतनी अच्छी लगी? मैं ने? आप को रोक ही नहीं पायी। उसने? और लिखने के लिए। तो पेश है। मेरी नारी की कविता। 1 बार फिर से। थोड़ी। और नो के साथ। उसने। करे होते हैं। कुछ। अच्छे। करम लेती है। जितसेघरबेटीजनम। उसकी? हँसी। सबको लगती है। प्यारी। बड़े होकर बन जाती है। वो। खुशाल। नारी। घर में। करते रहे। कि वो सारा दिन उछल। कूद?
Chandni Baid
@moonie21 · 2:14
भले ही बाहर से। उन्हें बहुत सेंसिटिव और बहुत कोमल सा बनाया है। मगर उनको अंदर से। न। भगवान ने असीम शक्तियां दी हैं। हर चीज का मतलब। मुझे लगता है कि 1 नारी जो कर सकती है। अपने हर रिश्तों में। वो अपने हर रिश्तों को बराबर रख के चलती है। मतलब ऐसा नहीं है कि अगर वो मां अच्छी है। बीवी बुरी होगी? यह बीवी अच्छी है? तो बेटी बुरी होगी? ऐसा नहीं होता। नारी का जो समर्पण होता है। न हर रिश्ते के लिए। बहुत बहुत ही दिल से समर्पण करती है। अपने आप को।