अर्ज किया है। आखिर तुझे पाने के लिए किस हद तक जाना पड़ेगा मुझे सुकून आखिर तुझे पाने के लिए किस हद तक जाना पड़ेगा ऐ सुकून 1 ही जिंदगी है क्या इसमें मैं तुझे पा लूंगा आखिर तुझे पाने के लिए मुझे किस हद तक जाना पड़ेगा सुकून 1 ही जिंदगी है क्या इसमें मैं तुझे पा लूंगा या कोई नए जनम का ढोंग तूने भी रचा है लोगों को बहकाने के लिए लोगों को बहकाने के लिए शुक्रिया।
Ranjana Kamo
@Gamechanger · 0:38
सुकून पाने के लिए सब उसके पीछे दौड़ते रहते हैं। लेकिन सुकून हमेशा हमारे अंदर ही होता है। पीस ऑफ माइंड ढूंढने से नहीं मिलेगी? पीस ऑफ माइंड? तो मन की शांति जो है। वो तो हमारे मन में ही है। और उसे समझना जरूरी है, जानना जरूरी है। तो आशा करती हूं कि आपको मन का सुकून जल्दी मिल जाएगा। थैंक यू बाबाई?