मैं जिंदा हूँ मगर जिंदा नहीं मुझे खुद से लगता डर है बेफिक्री आवारगी यह मेरे लिये नर्क है दुनिया की इस भीड़ में मैं अकेला ही खुद से लड़ता हूँ मैं जिंदा होकर भी रोज रोज ही में मरता हूँ कोई कहता मुझे है बेवफ़ा कोई कहता है मुझे बेवफा कोई कहता मैं आवारा हूँ दे शुकरा में भी हूँ शायद बे शुकरा मैं भी हूँ शायद शायद मैं नाकारा हूँ हूँ भी तो मुझे नहीं पता हूँ भी तो मुझे नहीं पता बस पता मुझे इतना है कतरा कतरा जीऊँगा मैं कतरा कतरा जीऊँगा मैं है जीना मुझे जितना है सो हे गाइस this is my news felasमालपाइटरी स्मॉल थॉट जो मुझे अभी अभी आया और मैंने अभी आपके साथ शेयर कर दिया ये कहीं लिखा नहीं है मैंने यह कोई रिहर्स नहीं है अभी आपको पता भी लग जाएगा सुनके कि साथ साथ में मैं बस अपने दिमाग में इसे बना रहा हूँ ठीक है तो आप सब सुनिए रिप्लाई कीजिये मुझे मैं आपके रिप्लाई जरूर सुनूंगा और हो सकता है हो सकता है क्या मैं जरूर रिप्लाई भी करूंगा उनका सो थैंक यू टेक कर।
mr. Ankit Purohit
@ankit143 · 0:12
भाईसाब मन की बात बोल दी भाई गजब गजब भाई गजब ऐसे मनाते रहो भाई ऑल द बेस्ट फॉर योर जर्नी bro कीपिटआपवाऊ।