कभी लूटे? ना? उस ओर से, बेफिक्री? हमारे पास हो? बस? तेरा मेरा साथ हो? जहाँ गम के बादल छाए? नहीं, कभी भूल के आंसू आए? नहीं, बस खुशियाँ ही खुशियां आसपास हो। और 1 दूजे का बस साथ हो? जहाँ फूल कभी मुर? जाए? नहीं, जहां फूल कभी मुरझाए नहीं, जहाँ भूल के भी कोई पछताए नहीं, बस। 1 ऐसा बस। 1 ऐसा खिला आसमान हूँ। 1 तू रहे। 1 मैं रहूँ।
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:12
ह**ो गुड ईवनिंग दिलदार जी बहुत अच्छी थी शायरी और बड़े सकून से बडे आराम से उसने आपको आपने उसको डिसाइड किया बहुत प्यारी लग रही थी।
@Priya_swell_
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:10

@dildaar000

such a beautiful poetry and मैं तो आपकी पोयट्री की हमेशा तारीफ करती हूं सो im speech list now and keep it up।
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