मेरी आँखों के अश्कों में कुछ खाब भरे हैं हाँ कुछ क*ियां थी मुझमें पर कुछ दाग भरे हैं जिंदगी यूं पहले रुसवा न थी मुझ से जिंदगी पहले यूं मुझसे रुसवा न थी अब तो जैसे हम लाखों दफा मरे हैं बेदर्द जिंदगी में सिर्फ दर्द भरे हैं आज भी उन जख्मों को मत छेड़ो वो आज भी हरे हैं सोचता हूँ कभी सोचता हूँ कभी कि शायद ऐसा क्या गुना किया हमें मरने भी उन्होंने दिया जिन्होंने हमें जिंदा किया था मैं नोच नोच कर खुद को खुद ही सताता हूँ मैं नोच नोच कर खुद ही खुद को सताता हूँ मैं इतना हो जाने के बाद भी मैं पागल उसी को चाहता हूँ मैं इतना हो जाने के बाद भी पागल उसी को चाहता हूँ मैं आज भी उसके नाम से आँखों से आँसू बहते हैं क्यों न मैं बना खुद कर्ज क्यों न मैं बना खुद कर्ज बस यही मुझसे कहते हैं काश मैं भी औरों की तरह उसके को भूल पाता मैं भी जिंदगी में कहीं आगे बढ़ जाता पर शायद ये मेरे बस में नहीं शायद ये मेरे बस में नहीं अगर यह बस में होता तो मैं पागल उसकी याद में यूं पागल न होता तो मैं पागल उसकी याद में यूं पागल न होता सो vरyवnदल्ददसाइड न्यू पोइटरी न्यू सेल आप सभी सुनिए रिप्लाई कीजिए आल रिप्लाई यू पैक अच्छा लगे तो लाइक भी कीजिए और शेयर कीजिए अपने दोस्तों के साथ सुनिए और सुनाइए और जैसा भी लगे आपको मुझे जरूर बताइए ओके बो बाय एंड टेक केयर।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:08
ह**ो गुड मॉर्निंग तिल्लार्जी बहुत खूबसूरत शायरी और थोड़ी सैर जरूर थी लेकिन बहुत अच्छी थी।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:15
wow जस्ट beautiful आपकी पोइटरी सच में बहुत स्पेशल होती है you are seriously a fntablisriteke posting like this i re like to lisnent।
Swell Team
@Swell · 0:15
dildaar
@dildaar000 · 0:22
thank you maam thank you so much पर मैं तो यही मानता हूँ कि यहाँ स्वेल पे सबसे वीक अगर कोई राइटर है तो वो मैं हूँ बहुत अच्छे अच्छे राइटर हैं आप भी काफी अच्छे राइटर हैं मुझ से सो थैंक यू।