Deep _Sense
@Deep_Sense · 1:50
Har koi hota hai!? Sach me kya !!!
अक्सर जिंदगी में हम ये सोचते हैं कि जिंदगी बहुत बड़ी है हम इसे जी लेंगे हमें बहुत सारे दोस्त मिल जाएंगे बहुत सारी खुशियां मिल जाएंगी हम बहुत कुछ कर लेंगे जिंदगी में पर एक्चुअल में होता क्या है प्रैक्टिकल अगर आप देखो तो जिंदगी कुछ भी नहीं है अगर आप उसे जीना ही नहीं जानते जिंदगी तब तक जिंदगी लगती है जब आपको मायने पता हो जिंदगी जीने के जिंदगी जीने के मायने एक्चुअल में होते है या ये तो हर किसी के लिए अलग अलग है पर जो मुझे लगता है वो ये है कि हमें यह पता होना चाहिए कि हमारे लिए कुछ चीजें मैटर कहाँ करती हैं और कब तक करती है लाइक किसी का साथ होना हमारे लिए मैटर करता है पर सुनसान का साथ हमारी जिंदगी में कब होना मेटर करता है और कब तक होना मेटर करता है यह जरूरी है सेम वे अगर आप देखोगे तो किसी की जिंदगी में हम मेटर करते हैं, कैसे करते हैं, कब करते हैं और कब तक करते हैं शायद यह भी हमारे लिए बहुत जरुरी है तो जिंदगी को जीने के पैमानों में तोला जाए तो मुझे लगता है कि शायद कहीं न कहीं हम यह भूल जाते हैं खुशियों में अगर हम खुशियों को ढूंढने चले की चलो 1 काम करते हैं हम तो खुश रहेंगे छोडो सारी अटेंशन देखेंगे जो भी होगा पर एक्चुवल में हम बोल तो देते हैं पर अंदर ही अंदर हमारे जो चलता है वो सिर्फ हम ही जानते हैं और सबसे बड़ी तकलीफ की बात यह होती है की कहने को हमारे आसपास हर कोई है पर जब आप हर कोई के बीच में जाओगे तो वहां पर कोई भी नहीं होता थैंक यू फॉर लिस्टिंग में।