1 और शायरी socha sher tata हूँ maruta रूट के कlkाईहoge फिर भरेगा कौन मैं चुप तुम भी चुप मैं चुप तुम भी चुप इस चुप्पी को फिर तोड़ेगा कौन बात छोटी को गले लगा लोगे दिल से तो रिश्ता फिर निभाएगा कौन दुखी मैं भी और तुम भी बिल कर सोचो हाथ फिर बढ़ाएगा कौन मैं रूठा तुम भी रूठ गए फिर मनाएगा कौन मनाएगा कौन हम सब की जिंदगी में कई रिश्ते ऐसे होते हैं, जिन्हें हम निभाना चाहते हैं, पर वो निभते नहीं कई रिश्ते ऐसे होते हैं, जिनमें हम एफर्ट्स देते हैं, पर सामने से हमें वो एफर्ट्स नहीं मिलते पर फिर भी रिश्तों को बीच में छोड़ना लाजमी नहीं होता।