आज का दिन बेहतरीन दिन है आनंदित हों ….
ह**ो दोस्तों गुड मॉर्निंग आज का दिन बहुत बेहतर है गुड मॉर्निंग से याद आया कि बहुत सारे लोगों से पूछा जाता है कि भई आप कैसे हो? तो वो कहते हैं कि हाँ ठीक है कट रही है जिंदगी चल रही है लेकिन 1 दिन मैंने मुझे कोई फ़ोन आया और उन्होंने बोला और राजेश कैसे हो? मैंने कहा प्रभु का नुग्रह है आज बहुत बेहतर हूँ, बहुत बढ़िया हूँ क्या बात है बहुत खुश हो तो मैं नहीं मैं ऐसा रोज कहता हूँ तो कहती है की मैं तो पहली बार सुन रहा हूँ किसी व्यक्ति से की इस प्रकार से बोल रहे हैं क्यों क्या हो गया आज आज कुछ नहीं आज परमिशन अनुग्रह दिया है हाशी दिया है आज का दिन हम देखने पाए हैं बहुत सारे लोग है जो आज के दिन को नहीं देख पाये तो उसने बोला अच्छा फिर मैंने कुछ दिन के बाद उनको फ़ोन किया और उनसे भी पूछा और भाई कैसे है तो मुझे बहुत अच्छा लगा जब उन्होंने इस प्रकार से कहा बहुत बेहतर हूँ परमेसर का अनुग्रह है, बढ़िया है मुझे बहुत अच्छा लगा उन्होंने उस बात को अपने जीवन में ले लिया और दिन को वो बेहतर बनाने लगे फिर वो हम जैसा बोलते हैं वैसा हमारे जीवन में होने लगता है मैं आप लोगों से कहना चाहता हूँ तो आप कैसे कहते हैं देखिये हमारे नजरिया बदलता है हमारा देखने का दृष्टिकोण बदलता है तो हमारे नजारे बदल जाते हैं सब कुछ हमारे नजरिये के ऊपर निर्भर करता है कि हम कैसे देखते हैं यदि हम बुरा देखते हैं बुरा सोचते हैं हम सोचते हैं कि बस ऐसे ही कट रहा है तो वैसा ही हमारे जीवन में होने लगता है लेकिन यदि हम वो कहते हैं कि नहीं बहुत बेहतर होगा बहुत बढ़िया होगा 1 प्रकार से हम अपने जीवन को और अपनी परिस्थिति को बदल रहे हैं, हालात को चेंज होते हुए देख रहे हैं और 1 सकारात्मक नज़रिए के द्वारा अपनी परिस्थिति को बोल रहे हैं मैं आपसे कहना चाहूँगा कि हर दिन को और हर परि स्थिति को इस प्रकार से देखे और कहीं उसे की बेहतर होने जा रहा है बहुत बढ़िया है सब कुछ अच्छा है और देखे ये सब कुछ होने लगेगा वैसा हमारी सोच के ऊपर ही सब कुछ निर्भर करता है परमेसर का वचन इस प्रकार से कहता है हमारे जीवन में वो कहता है आज का दिन परमेश्वर यहोवा ने बनाया है और हम उसमे आनंदित हो हाँ आज परमेशर ने बनाया है कल जो बीत गया उसके बारे में हम कुछ नही कर सकते, उसको बदल नहीं सकते, वहाँ जा नहीं सकते, उसमें से कुछ चेंज नहीं कर सकते, कुछ नहीं कर सकते आने वाला जो कल है वो भी रहस्यमय है क्या होगा कल किसी को नहीं मालूम है लेकिन आज वर्तमान यह तो हमारे लिए प्रेजेंट है ये गिफ्ट है इसलिए शायद इसको प्रेजेंट कहा जाता है तो इसे हम बदल सकते हैं इसको हम जी सकते हैं ठीक कर सकते हैं और बढ़िया से बढ़िया इसमें काम किया जा सकता है यदि हम आज अपने आज को इस समय को बेहतर कर लेते हैं ये हमारे लिए आशीष का कारण होगा और कौन जाने की आज यदि हमने बढ़िया कर लिया तो आने वाला दिन भी हमारे लिए बेहतर हो जाए तो ये हमारे हाथ में है इसलिए परमेश के वचन के अनुसार हम क्या करने पाए आज का दिन परमेशर ने बनाया है और हम इसमें आनंदित होने पाए खुश होने पाए देखेंगे आप यदि आनंदित होते हैं तो आपके लोग आपके इर्द गिर्द आपको देखने वाले वो भी आनंदित होते हैं लेकिन आप रोते है तो थोड़ी देर तक वो शांत बना देंगे लेकिन उसके बाद वो आपसे किनारा कर लेंगे वे मुँह मोड़ लेंगे तो हो नही पाये हम आनंदित हो मेरे पिताजी हमेशा क्या कहा करते थे की राजेश यदि तू हसेगा तो दुनिया तेरे साथ हंसेगी लेकिन यदि तू रोएगा तो तू अकेला रोएगा हो नहीं पाये हम लोग हंसें खुशियां बाटें आज का दिन हुआ ने बनाया है हम इसमें आनंदित होने पाये प्रभु आप सबको हसी दे आज का दिन आपके लिए बहुत बेहतर होने पाये गॉड ब्लेस यू सुनते रहे भाई राजेश को स्वर में।