सोच समझ कर बोलें
आज का वचन लिया गया है। नीतिवचन? 12, अध्याय के 18 वचन से। ऐसे लोग हैं? जिनका बिना सोच विचार के बोलना तलवार के नाई चुभता है। परन्तु बुद्धिमान के बोलने से लोग चंगे हो जाते हैं। कहते हैं मुंह की चोट बहुत जल्दी ठीक हो जाती है। लेकिन मुंह से लगी चोट कई बार कभी ठीक नहीं होती। शब्द दुनिया में सबसे खतरनाक हथियार हो सकते हैं। इसके गले चलने से बहुत से परिवार और खानदान नाश हो गए हैं। कोई व्यक्ति बुद्धिमान है? या मूर्ख? यह तभी पता चलता है?
Manalika Das
@Manalika · 1:00
ये आपने। बहुत सी चीज। बोली। जो भी बोले सोच समझ कर बोलो। जो भी सोचते हो वो मत। बोलो। ये चीज। मुझे लगता है। सबको समझनी चाहिए। आजकल। बहुत लोग ऐसे बोलते हैं कि अरे मैं तो जो दिमाग में आता है वो बोल देता हूँ। मैं किसी से डरता नहीं हूँ। बट बात ये है कि डरने की कोई बात नहीं है। इसमें दिखाने की जताने की कोई बात नहीं है। हम लोगो को। हमेशा जो भी हम लोग बोल बोल रहे हैं। वो हमें सोच समझ कर बोलना चाहिए। कोई दूसरा? जो इंसान है उसे हर्ट न हो? या?