निर्णय ले। कहें? अपने आप से। ये मेरे मन, यह हवा को धन्य है? उसके किसी भी उपकार को न भूलना, निश्चय करुणा? और भलाई जीवन भर मेरे संग, संग बने रहेगे। अपने परिवार के लिए भी। आशीष दें। क्या? आशीष? दें? कहें? कि, परमीश? तुमको? आशीष दे? तुम्हारी? रक्षा करे? यह हुआ। परमेशर तुम पर अपना मुख का प्रकाश चमकाए? और तुम पर अनुग्रह करे। यह हुआ? अपना मुख तेरी ओर करे? और तुम्हें शांति दे। प्रभु। इन वचनों के द्वारा। आप सबको आशीष दे।
हेलो? आपने? तो बिल्कुल? सही कहा है? भगवान का आशीर्वाद? और भगवान का साथ। हमारे हमेशा रहेगा। पर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम उस साथ का इस्तेमाल करते हुए अच्छे काम करना चाहिए। अच्छे कर्म करना चाहिए? और हर पल दूसरों का सहाय करना चाहिए। और जो भी जिसको भी किसी की जरूरत है उसे मदद करने की कोशिश करना चाहिए। पर हम लोग भगवान की जो कृपा हम पर है उस कृपा का इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए कर रहे हैं? यह तो बिल्कुल गलत बात है। तो हमें हर पल अच्छे काम करना चाहिए। अच्छाई के लिए। हमारा जो काम। हमारे पास जो भी है उसे अच्छे कदमों के लिए?