Ankit Sharma
@BhukkhadNaama · 5:00
Raat mein Lagi Bhukk Toh Kahan gaye khaane
1 आउटलेट के रिगार्डिंग एंड? फिर? तो खाने की जो बात शुरू हुई यहाँ का। ये अच्छा है? वहाँ का मुंह अच्छा है। और न? दोनों। मनी। वन बस। 1 दुसरे की शकले देखे। और कोई बोल दे कि कुछ खाये? तो? अब मुझे। तो। ऐसे ड्रूलिंग? बोलते? है। तो भूख लग रही। और शकलेजीबनेहकीबंक बस खाने को? मिल जाए। कुछ सब ले लेंगे? सब खा लेंगे। सब उड़ा? देंगे। कुछ भी मिल जाए। बस? खाने को? तो? बस।
Himanshi Thakur
@GreyMatter · 2:56
और हमेशा रिग्रेट हो जाता है कि जब वहां थी तो पढ़ने में इतना बिजी रही कि कि ये सब एक्सप्लोर ही नहीं कर पाए पर इन शाला वापस आने मिलेगा और के साथ एक्सप्लोर किया जाएगा? wopuलiऔरबाततो? सही है?
Ankit Sharma
@BhukkhadNaama · 1:57
और लाता रहूँ। ये कहना चाहूंगा कि दिल्ली का खाना और दिल्ली का रहन सहन? दोनों में। अपने में मजेदार है। हाँ रात में। थोड़ी दिक्कतें हैं यहाँ। पर। मैं भी एग्री करता हूँ उस चीज के लिए। पर दिल्ली का रहन सहन और खाना दोनों। बहुत ही हमला है। मजा आ जाता है खाना। और जहाँ तक रही आपकी होस्टल? लाइफ की। बात। तो है। मेरे दोस्त। लोग भी यही बताते थे कि नई नई चीजें इन्वेंट करते थे। हम लोग को भी ये कार्य रहे हैं। भूख? लगती थी।