मुझे बट आज आ के पता चला नहीं यार ये तो सच्ची में ऐसा ही होता है सच्ची में यार सेन्स में हिमाल की चोटी पहाड़ी हवाई खुला खुला आसमान नीचे माउंट कंचनजंगा के आस पास फिर भी मुझे न तो लोगो की यही होता है ओ यार चलते में जाके करती है वो करती मुझे वो चीज रिलेट करने ही नहीं आया है अभी तक नहीं तो सेंस इस माई फर्स्ट टाइम ही तो मुझे ये बोलना नहीं आये कि क्या बोलना है? क्या करना है? क्या कुछ करना है?