क्या हो गया ऐसे मायूस से क्यों बैठे हो तुम थक गए हो या हार गए हो रास्ता नजर नहीं रहा क्या ऐसा लग रहा है कि कोई नहीं समझ रहा तुम्हें और तुम अकेले से पड़ गए हो ये बदन जैसे अकड सा गया हो जैसे किसी ने जकड़ सा लिया हो क्या ऐसा लग रहा है दोस्त काश मैं कह पाता कि मैं समझता हूँ क्योंकि सच मानो तो शायद मैं पूरी तरह से नहीं समझता हूँ और आज झूठ मैं तुमसे कहना नहीं चाहूंगा ज्ञान भी नहीं देना चाहूँगा कि खुश रहने की कोशिश करो बाहर जाओ लोगों से मिलो ब्रेक ले लो क्योंकि शायद तुम यह सब पहले ही बहुत बार सुन चुके हो और सुन सुन के थक चुके हो आज मैं बस इतना कहना चाहूंगा की इस सफर में तुम अकेले नहीं हो दोस्त हाँ हो सकता है कि मैं तुम्हें कोई रास्ता नहीं बता पाऊँ और यह भी हो सकता है कि मेरे बताए रास्ते तुम्हें समझ न आये पर मैं फिर भी यही हूँ तुम्हारे पास कभी अगर लगे कि धीरे धीरे सब खो रहे हो याद रखना कि मैं यही हूँ से मुझसे तुम बात करो मैं ना भी समझ पाऊं तुम्हारी बात को तो डांट 2 पर मुझसे बात करो तुम्हारी इस परिस्थिति को सुन के मैं तुम्हें आकूंगा नहीं और ना ही तुम्हारी घबरा हुई आवाज़ सुनकर हँसी उड़ाऊंगा पर मुझसे बात करो मैं कौन हूँ मैं भी इसी सफर का तुम्हारा हमरा हूँ दोस्त थोड़ा परेशान मैं भी हूँ और सच पूछो तो थोड़ा हारा मैं भी हूँ लेकिन मैं यहीं हूँ मैं तुम्हारा दोस्त हूँ।
Neelam Singh
@NEELAM · 1:03
नमस्कार? भास्कर जी? पहले तो मैं ये कहना चाहूंगी आपके आवाज बहुत प्यारी है। मुझे बहुत अच्छी लगी है आपकी आवाज। और जैसा कि आपने कहा आप हमारे दोस्त हैं? तो हम भी आपके दोस्त हैं। बाकी कास। मेरी आवाज भी इतनी अच्छी होती क्योंकि मेरे को सेल पर शायरी बोलनी होती है। मैं राइटर हूं अभी मैंने कल? 1 कहानी भी पोस्ट की है? 1 भाग पोस्ट किया उसका 1 दूसरा आज करुंगी। पर मेरी आवाज बिल्कुल बोरिंग है? अच्छी नहीं है। पर आपकी।
Bhaskar
@bhaskaredge · 1:44
थैंक यू सो मच नीलम जी मुझे सुनने के लिए आपका बहुत बहुत अच्छा लगा मुझे एंड जैसा की आपने कहा की ये वक्त यह दौर ही कुछ ऐसा चल रहा है बिल्कुल सही कहा मेरे अनुभव के हिसाब से भी मुझे लगता है कि वक्त बहुत तेज चल रहा है या फिर शायद इस धीमे वक्त में हम बहुत तेज चल रहे है कि बिना जाने की हम 1 दुसरे से कितने दूर आ चुके हैं हम बस किसी अनजान चीज के पीछे भागे जा रहे हैं सबकी दौड़ सबकी रेस अलग है शायद ब हम सभी भाग रहे हैं तो जैसा की मैंने कहा हम दोस्त हैं तो कोई भी प्लेटफार्म हो मैं चाहूँगा कि मैं लोगों से जुडू उनसे बातें करूं आपसे भी बातें करूँ तो इस स्वर का उद्देश्य वही था क्यूंकी मुझे याद है जब मैं उस मुश्किल दौर से गुजर रहा था तो शुक्र है भगवान का कि मुझे सुनने वाले लोग थे जिनकी वजह से मैं उस मुश्किल दौर से निकाल पाया खुद को संभाल पाया तो मैं चाहूँगा कि मैं भी लोगों के लिए अवेलेबल रहूं तो यह स्व वही 1 रिकॉर्डेड स्टेटमेंट है मैं कहना चाहूँगा की हम दोस्त हैं और मैं हूँ सुनने के लिए एंड मुझे सुनने के लिए फिर से बहुत बहुत धन्यवाद जी थैंक यू सो मच।
zeba sahib
@Sahibzaaadi · 3:59
और मैं भी। ऐसी कभी भी 22 लाइनें लिख लेती हूं। तो ऐक्चवली? इटइजमीडियमटोवेंट आउट। आप? कुछ लिख लो? जब आप बहुत ज्यादा कंफ्यूज्ड हो? कुछ बोल? नहीं पा रहे हो? किसी और से? तो अच्छा लगता है? वैसे? मैं पोस्ट भी कर? देती हूँ? ताकि कुछ और लोग? कनेक्ट करें? जब लोग कनेक्ट करते हैं? तो उनको ये समझ में आता है कि हम सिर्फ में दौर से नहीं गुजरे? कोई और भी गुजर रहा है? तो जैसे आपने कहा कि इस राह में आप? हम राही हैं?
Bhaskar
@bhaskaredge · 1:32
कभी कभी कितना ही मुश्किल सा हो जाता है न खुद को समझना ऐसे में लगता है कि जब हम खुद को ही नहीं समझ पा रहे तो किसी और को क्या ही बताए आपने बहुत ही सही कहा कि कैसे हम सभी को हौसला दे देते हैं पर बस खुद को ही नहीं समझा पाते कैसे कभी खुद को ही हम अकेला कर देते हैं और रोने को तो दुनिया वाले कमजोरी समझ लेते हैं किसी की आंसुओं की कहानी यह कोई समझना नहीं चाहता किसी को रोता हुआ देखो तो फट से कह देते हैं कि अरे रो मत रोने से क्या होगा काश की मैं उन सबको कह पाता कि यार रोने 2 थोड़ी देर क्या होगा थोड़ी देर रो लिए थोड़ा आंसू बहा दिए थोड़ा हल्का मन हो जाता है आप इस स्वेल से कनेक्ट कर पाए ये जान के समझ नहीं आ रहा है की अच्छा समझो या यह समझो की इस मुश्किल रास्ते पर कोई और भी है जो शायद अभी भी कोशिश कर रहा है ब* जान कर अच्छा लगा की हार नहीं मान रहा है अच्छा लगा कि आपने यह सब शेयर किया थैंक यू सो मच थैंक यू सो मच गोट्रे।
Nikita Singh
@NikitaSingh · 3:03
दूर कब खत्म होगा और कितना वक्त लगेगा मुझे ये बता 2 कैसे होगा अपने मन को इतना बोल बोल के थक गई कि अब ठीक हो जाएगा सब ठीक हो जाएगा ब* कुछ नहीं होता फिर वापस गम क्यों आ जाती हूँ सुबह मैं सोचती हूँ आज फ्रा स्टार्ट करूंगी हर चीज ठीक होगा ब* या उसी चीज में उसी चीज को सोचने लग जाती हैं लोगों से बात करने के लिए तो हंसती हूँ लेकिन फिर सुस्ती क्या ही बोलूंगी उनको यह अच्छा नहीं लग रहा जो प्यार करते हैं वो समझा देते हैं खयाल रख अपना ब* वो जा रहा चरचड़ा लगता है यार नहीं पसंद है तो कुछ भी नहीं अच्छा लगता कुछ बता न लोग सोचते हैं कि हम मर्ज हैं लेकिन सबसे ज्यादा डिफिकल्ट ये भी है कुछ नहीं कर पाऊंगी बस यही सोच सोच के ही हर जाऊंगी खुद से हार जाउंगी कभी दिमाग में ऐसा लगता है कि भगवान जी इतना ज्यादा कष्ट तो दिए हो तो आप ले जाओ कुछ न करने से अच्छा आप ले ही जाओ मुझे लोगों से इतना गुस्सा मतलब जो मुझसे प्यार करते हैं थोड़ा सा भी गलती हो जाए या फिर मुझे कोई मिस्ट्री कर दिया न तो मैं ऐसा गुस्सा हो जाती हूँ जैसे कि हाऊ कैन यू डू, दिस टू मी और मैं इतना एग्रेसिव होने लग जाती हूँ कि मैं नहीं सोचती कि मैं क्या कर रही हूँ न अपने बारे में सोचती हूँ मैं पागलों की तरह बिहेव करने लग जाती हूं पागलों की तरह ऐसा लगता है कि मुझ में कुछ सवाल हो गया है एंड मैं बस करे जा रही हू व चीज करे जा रही हो और मुझे 2 दिन पहले ही मुझे ये रिलाइज हुआ कि यह गलत है मैं कहीं खुद को न खत्म कर दूं इस एग्रेसन ये गुस्सा यह यह चीज है बहुत खराब खराब था साथ है और मुझे पता है कि अब इसका 1 ही रीजन है जैसा आपने नालिसा ने बताया कि खुद को बिजी करना पड़ेगा मुझे मैं बहुत कोशिश करूंगी just be i can do this i dont know how it is going to be by थैंक यू।
zeba sahib
@Sahibzaaadi · 4:46
पर मुझे पता है कि आप बहुत सी बार ऐसा होता है कि आप आपके घरवालों को नहीं बताना चाहते? क्योंकि फिर वो टेंशन ले लेते हैं? कि अरे? यह क्या हो गया? या समझते? नहीं हैं? या? बहुत अलग अलग चीजें होती है। आपके। फ्रेंड्स भी। आपको बोलते हैं? अरे? यार। ये तो होता ही रहता है। लाइफ में। चल? आगे बढ़ जाए? कोई बात नहीं। पर हम नहीं कर पाते। हम। वहीं। अटके हुए होते हैं। परेशान होते हैं। तो बहुत। वक्त के बाद। निकिता? मैंने।