इतनी सारी बातें थी। उन्हें बताने को। पर। माँ ने कहा अरे उन्हें थोड़ा सांस तो लेने। 2। अभी तो आये है। आराम से। बैठ के बात कर लेना। बाद में वो छोटी दीवाली की शाम थी। घर के लिए। कुछ ज्यादा ही रौशन लग रहे थे। उस दिन। बाबा की आदत है कि वो अपनी प्लेट से पहला निवाला मुझे। मेरे छोटे भाई। औ माँ को खिलाते हैं। बस। वहीं से शुरुआत हुई रात के खाने की। हम लोग जमीन पर ही बैठ कर खाना खा रहे थे।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:46
नमस्कार वास्कर जी कहानी बहुत सुन्दर थी और आपने बड़े मार्मिक तरीके से उस जुदाई को बताया जो मिलन का तो भाव खूबसूरत था ही लेकिन जुदाई वाला भाव उससे भी ज्यादा खूबसूरत लगा मुझे और सच में जो हमारे सैनिक भाई है जो इस टाइम पे हमारे सुरक्षा के लिए अपने सब दिन त्यौहार छोड़कर वहाँ पर बैठे हुए हैं तो उनके लिए 1 श्रद्दांजली ही है यह कहानी और मुझे बहुत अच्छी लगी और आपकी आवाज भी वैसे मतलब आपने जिस तरीके से इसको सुनाया है वो तरीका भी बहुत खूबसूरत था सो दिवाली की आपको भी बहुत बहुत शुभकामनाएं भास्कर जी।
Gaurav Chauhan
@Gaurav1106 · 1:05
भास्कर जी आपके आपका लहजा बोलने का इतना सुंदर है कि मुझे लगता है कि मैं आपके साथ ही था वहाँ जब आप ये पढ़ रहे थे सबसे पहले तो आपको और आपके परिवार को दिवाली की शुभकामनाएं मुझे पता है थोड़ा जल्दी ही विश कर रहा हूँ ब* मनडे को शायद बिजी हो जाऊं या फिर ना विश कर पाऊ किसी को भी swelpwoulddefinitely like to say i this one of the most beautiful swelsavherdthis we thank you so much for bringing this to us बहुत बहुत बहुत अच्छा लगा ये सुनके dil 1 अलग सी तसल्ली मिली कुछ पल के लिए अपना बचपन फिर से जी लिया और थोड़ी आंखें आपने बिल्कुल सही बोला कहीं कहीं इमोशनल होने में आँखों से ज्यादा गला भर आता है तो शायद वो मेरे साथ भी हो रहा है इस समय आई जस्ट वांट से थैंक यू फॉर ब्रिंगिंग दिस टू अस थैंक यू सो मच।
Swell Team
@Swell · 0:15
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:24
बहुत ही खूबसूरत कहानी थी सिर बिल्कुल दिल को छू जाने वाली और अगर कहानी किसी त्यौहार से जुड़ी हो तो वो और भी ज्यादा खूबसूरत हो जाती है क्योंकि 1 खूबसूरती तो उस त्योहार की वजह से होती है दूसरा उस मोमेंट की वजह से जो 1 अलग खुशी झलकती है उसकी कुछ और ही बात होती है।
Neelam Singh
@NEELAM · 0:26
भास्कर जी आपकी कहानी बहुत अच्छी थी और ये रियलिटी भी है बहुत से घरों की जहां आए दिन उनको ये सब चीजें का सामना करना पड़ता है अपनी लाइफ में बहुत सुंदर और प्यारी सी कहानी थी आपकी आप प्लीज मेरी कहानी भी सुन ले मैंने भी दीपावली पर लिखी लिखी है और रिप्लाई करें थैंक यू।