ANKUSH BHADANA
@bhadana6004 · 2:24
आज कल मेरे अपने हि समझ ऩही पाते💖😊
हेलो? एवरीवन? तो स्वागत है आप सभी का मेरे नए साल पर आपके प्यारे? दोस्त अंकुश के साथ। तो आइये शुरू करते हैं? तो यार आप सभी ने देखा होगा कि इंसान के जीवन में 1 ऐसा पड़ाव आता है कि जो उसे कोई भी नहीं समझ पाता? कोई भी नहीं। पर जो उसके अन्दर का दर्द होता न सिर्फ वो खुद ही समझ पाता है। तो इस दर्द को मैंने कुछ पंक्तियों के माध्यम से बताया है तो सुनिएगा जरा कि साए की तरह जो रहते थे साथ मेरे आज।
Sreeja V
@Wordsmith · 1:15
और हमें 1 जब पिछले गुजरे हुए जो सिचुएशन है या लोगों का बर्ताव हो हमारे साथ। और ये सब हम जब देखते हैं। न? वापस। मुड के। जो लाइन्स हमने लिखी हैं। हमें पता चलता है कि हम दिन बर दिन कैसे आगे बढ़ते जा रहे हैं? और कैसे सीख मिल रही है? हमें जिंदगी से? तो अच्छा है। आपका? ये मुझे? बहुत अच्छा लगा। यह कविता। सुन के कीप राइटिंग की शेयरिंग। थैंक यू।
Rima Nath
@Rima_Nath_99 · 1:03
अगर आप खामोश भी हो तो उसका मतलब उनको पता नहीं होता। उनको समझ नहीं आता। आपके स्पेशियस और आपकी सुबह भी। उनको समझ नहीं आता। ऐसा होता है। और तब खुद पर ही गुस्सा आता है कि क्या मैं गलत हूँ? क्या मेरा सोच गलत है? ऐसा होता है? थैंक्स फॉर शेरिंग दिस।