हेलो दोस्तों मैं अनुज मुंबई से बात कर रहा हूँ। कुछ पंक्तियाँ हैं आज? दोहराना चाहूँगा उनको कि कुरेद कर? हाथों में 1 लकीर बनाना चाहता हूँ? कुरेद कर? हाथों में? 1 लकीर बनाना चाहता हूँ तुमसे तुमको पाकर। मैं तुम होना चाहता हूँ। तुमसे तुमको पाकर। मैं तुम होना चाहता हूँ। और ये जो बंद से है तेरे मेरे इश्क के धर्म। या ये जो बंदिशें हैं तेरे मेरे इश्क के धर्म। या बगावत कर जमाने से तुमको रिहा करना चाहता हूं?
हेलो आपका स्वेल बहुत अच्छा था। और आपने जिस तरह हर 1 लाइन को कनेक्ट किया। मुझे बहुत अच्छा लगा। आपकी 4 पंक्तियों में आपने बहुत कुछ हमारे सामने प्रदर्शित किया है तो मुझे बहुत अच्छा लगा। और जिस मीनिंग से आपने स्वेल किया है जिस तरह आपने सब कुछ सिर्फ 4 पंक्तियों में समझाया है वह बहुत अच्छा लगा। धन्यवाद।