Masha Rooh
@Ba-Dastoor · 2:04
"Mohabbat ka Andhera"- a short poetry by Ba-dastoor
hello my selisnesजbatu fol? lin follain? said i title? है? मोहब्बत का अंधेरा? मोहब्बत हम सबने करी? है? कभी न कभी किसी न किसी से। भूत। जितना मोहब्बत की प्यार में मिठास है। और उसका मजा ही कुछ और होता है। उसी तरीके से उसी मुहब्बत में अंधेरा भी चाहता है। और उस अंधेरे में उस दर्द के अहसास से आज की मेरी फूल लाइन ऑफ पिटी है। जो कुछ इस कदर लिखा है। जिसे रोशनी समझी। वो अंधेरा दे गया। जिसे रौशनी समझी।
Hema Sinha
@HemaSinha1978 · 1:17
नमस्कार? माशा जी मैं। हेमा सिन्हा। आपने। जो आज पॉयट्री बोली है। स्वैल में। मोहब्बत का अंधेरा। बहुत अच्छी पॉयट्री कही है। बहुत अच्छी कविता बोली है। 46। लाइनें ही सही। पर बहुत प्रभावित करने वाली है। और बोलने का अंदाज। तो आपका बहुत बहुत ही सुंदर लगा। आपसे सीखने वाला है। कुछ। बहुत अच्छा बोलती हैं आप। और बहुत सही। बोला। आपने। कि कई बार मैं। मैं?