हेलो? एवरीवन। उम्मीद है। आप सभी बहुत अच्छे होंगे। आज हम बात करेंगे 1 विषय पर जो है पेशेवर। इस। वर्तमान समय में जैसी स्थितियां चल रही हैं। उन्हें देखते हुए यह कहने में बिल्कुल संकोच नहीं हो रहा है कि प्रेम प्रेम नहीं? पेशा बन चुका है। 90 प्रतिशत लोग आजकल अपनी निजी आवश्यकताओं या वासनाओं को प्राप्त करने के लिए प्रेम का झूठा स्वांग करते हैं। अधिकतर ऐसा देखा जा रहा है कि लोग प्रेम का स्वांग करके अपनी व्यक्तिगत आवश्यकताएं पूर्ण करना चाहते हैं।
Janvi Writes
@theuntoldink_17 · 2:07
हेलो? प्रताप। आपने। सही? कहा कि आजकल लोग ऐसा ही कर रहे। खुद के जरूरत के लिए। खुद के निजी? निजी जरूरत के लिए। वो लोग। किसी के इमोशंस। किसी की फीलिंग्स? किसी के साथ खेल रहे हैं। हां सही कहा आपने की लड़कियां भी इसमें पीछे नहीं है। आज कल लड़कियां भी। मतलब ये सब काम कर रही हैं। और नाइंटी पर्सेंट। हम किसी को तोल मोल तो नहीं सकते हैं। क्योंकि बराबर नाइंटी पर्सेंट लड़के भी ऐसे हैं। लड़कियां भी ऐसी हो रही है। अफसोस की बात है। पहले ऐसा था? नहीं। इतना मगर।
Hema Sinha
@HemaSinha1978 · 0:56
नमस्कार? प्रताप जी मैं हेमा सिन्हा। आज आपका। स्वैल सुना पेशेवर। इश्क। बहुत अच्छा सुनाया। आपने। बहुत अच्छा लिखा है। और बहुत सही कहा है कि आजकल लोगों ने यह रोज का काम बना लिया है। और अपनी व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने के बहाने कुछ फल झूठी दोस्ती करते हैं। झूठा स्वांग रचते हैं। प्रेम का नाटक करते हैं। झूठा नाटक होता है। ये सब। और इन सब में पढ़ कर खाली लड़के लड़कियां भी अपनी जिंदगी बेकार कर रही हैं। इन सब से कुछ नहीं होता और पहले कुछ बन जाओ। लेकिन आजकल समझाए कौन? कोई समझने को तैयार नहीं होता। सब गलत सलत तरीके अपनाए जा रहे हैं।