Avyagra Pratap Singh
@Avyagra · 1:47
Safar Jindagi ka...
होना वही है जो पूर्व नियोजित है। तो व्यर्थ की। चिंताएं। सिर्फ आपको लाचार बनाने का कार्य करती है। इसलिए चिंतित होते हुए भी धैर्य रखना ही जीवन की यात्रा को सरल बनाता है। प्रयास करें कि आप चिंतित न हो। और यदि किन्ही कारणों वश हम चिंतित हो जाते हैं? तो हमें विचार करके धैर्य रखना चाहिए कि समय कठिन है? पर कुछ अंतराल के पश्चात, सब कुछ सामान्य हो ही जाएगा। और यदि आप कठिन समय में धैर्य और सावन से बनाकर चलना सीख जाते हैं। तो वो आपकी जीवन यात्रा अत्यंत शांतिपूर्ण और सरल बन जाती है।
Sabi Sharma
@swenzaa67 · 0:25
हेलो? अव्याग्रासाबी? बोल रही हूँ। मैंने अभी आपका स्वेल सुना। जिसका शीर्षक आपने सफर जिंदगी का दिया है। आपने बहुत अच्छे तरीके से यह समझाया की कैसे हमें चिंतित न हो के अपनी लाइफ को अच्छे से जीना चाहिए। कोई भी परेशानी होने से भी हमें उसकी चिंता नहीं करनी चाहिए। बहुत अच्छा स्वेल था आपका बस ऐसे ही लिखते रहिये। और हमें इसी तरह स्वेल सुनाते रहिये। थैंक यू।
Hema Sinha
@HemaSinha1978 · 0:57
गुड। ईवनिंग प्रताप जी मैं। हेमा सिन्हा। आज। स्वेल। पेपो। सुनी। अभी। आपकी। जो आपने चिंताओं के लिए डाला है। बहुत सुंदर तरीके से आपने समझाया है। और बहुत सही बात बोली है कि चिंताएं व्यर्थ की चिंताएं करके तो हमारा जीवन और कठिन हो जाता है। और जीवन में सही में उदासी आ जाती है। और हम अपने लिए परेशानियां, कहूंगी, परेशानियां और खड़ी कर लेते हैं। चिंताओं से तो कुछ नहीं होता है। बल्कि? धैर्य, रखना? और हिम्मत से काम लेना।
Uchi. Uchita Galaiya
@Feather · 1:00
हाई? दिस स? फदर। आपका। स्वर काफी अच्छा था। और आपका टाइटल भी काफी अच्छा है सफर जिंदगी का। और जिस तरह आप यहां पे इसका प्रयास कर रहे है। कहने का? कि हमें चिंता के बारे में नहीं सोचना चाहिए किन्तु जिन हम चिंतित होने का विचार न करें। उतना ही हम ज्यादा चिंतित होते हैं। उल्टा हमें बहुत प्रयास करने पड़ते हैं कि हम इस विचार को ही न विचारें। तो लोगों को ये सोचना चाहिए कि जितना आप खुद को तकलीफ देखेंगे उतना ही आप इस चिंता में ज्यादा घिसेंगे। तो?