Damanpreet Kaur
@authordaman · 1:41
" बातें मेरी रूह की " | Damanpreet Kaur
मेरी गहराइयों में? मेरे राज छिपे हुए हैं? या? बस? मुझे ही? ऐसा लगता है? मैं इस जग की परवाह करती रह गई। और मेरी रूह की सिफारिश उसकी गुजारिश फिर अनसुनी रह गई? चाहे वो के मैं निहारूं खुद को? चाहे वो के मैं निहारूं खुद को? और आजाद करूं उस रूह को। जो 1 बार फिर मेरे जज्बातों से बंधी रह गई। जो 1 बार फिर मेरे जज्बातों से बंधी रह गई। मेरी जिंदगी के उन लड़के कणों की बात है? या। मैं? और बस? मेरी तन्हाई की रात है? जब सुना मैंने कि मेरे दिल की क्या अर्ज है?
aamna singh
@aamy · 0:53
दमन कैसी है? मुझे? अच्छी लगी? आपने जो भी शेयर करी पोयम? क्योंकि रू की बात है? क्योंकि तनहाइयों की बात है? रात की बात है? तो कुछ लाइन्स? जो मैंने लिखी। आज से कुछ समय पहले। वो आपसे शेयर कर रही हूँ? देखिएगा तनहाइयों की रात थी। आंखें भरी। दिल उदास था। सोचता था? क्या? करूँ? काश? कोई होता? जो मेरा होता? जिससे मैं मन बांध सकता? जिससे मैं अपनी उदासी का दावा कर सकता? पर हैरत हुई? कोई नहीं था? हैरत हुई? कोई नहीं था। सिर्फ।
Hasrat Brar
@hasrat_brar · 0:18
आई दमन चाशिकार की अल्थालाजी बहुत सौन लेक्खते हूं तो सी बहुत सौन बोल लेया आई लाइका इमी बोलती रहों मेशा बहुत वादिया लगा। Thank you so much. God bless you, dear