10, 12 लोगों की भी। बहुत रेयर? फेस्टिव सीजन। तभी। अदरवाइज तो नहीं? वरना पूरा ही ऐसे खाली? सही रहता है। तो मैं बैठा था। तो मुझे याद है कि मेरे नाना नानी का घर? इसी इससे मतलब। इसी इस स्टेशन से तो नहीं? पर कासगंजंगशन से। हम ट्रेन पकड़ते थे। और फिर आगे गंजडुंद्वारा। कर के जगह पड़ती थी। शहर पड़ता था बेसिकली टाम। वहाँ जाते थे। तो ये पड़ता था। रास्ते में। बैठा? बेटा? बेसिकली। मैं लिखने गया था।
हेलो? थैंक यू आपने बहुत सुंदर ढंग से इस प्रदेश का वर्णन किए हैं। और अब जिस तरह अपने एक्सपीरियंस हमारे साथ शेयर किए मुझे बहुत अच्छा लगा और मुझे भी ट्रैवल करने का बहुत शौक है और मुझे हर 1 जगह जाने का मन करता है। और जब हम जाते हैं जो एक्सपीरियंस हमें मिलती है वो सच में बहुत खूबसूरत होती है और ऐसे एक्सपीरियंस शेयर करते वक्त बहुत अच्छा लगता है आप ऐसे एक्सपीरियंस हमारे साथ शेयर करके हमें भी उस एक्सपीरियंस में बाग लेने की जो वे दिखाई मुझे बहुत अच्छा लगा। थैंक यू सो मच और आप ऐसे ही स्वेल्स करते रहिये हम आपके स्पेल्स सुनते रहेंगे। धन्यवाद।