तो वो काली काली रातों में। न जाने कितने सपने बुने है। वो काली काली रातों में। न जाने कितने सपने बुने हैं। जितने तारे थे इस जहान में। शायद उससे ज्यादा ही ख्वाब मैंने। देखे। मखमली। रजाइयों में। जब बी। लिपटी में। मखमली। रजाइयों में। जब भी। लिपटी में। वक्त बुरा हो। या अच्छा, उसने मेरे हर राज छिपा रखे है। वो काली काली रातों में। न जाने कितने सपने। बुने। चुपके से कभी उठा। मैं। चुपके से कभी उठा। मैं। किचन में।
Akanshya Kajol
@AKA381 · 1:31
और 1 बात बोली कि जितने भी फाइव स्टार होते या जहाँ भी जाके मतलब रहा। पर घर जैसा कोई नहीं है। एकदम सही बात बात है। और फिर मुझे ज्यादा अच्छा लगा। वो माँ की बात। जो आपने बोली न। बहुत ही अच्छा था। वो तो आशा करती हूँ कि आप ऐसी कविताएं लिखती रहे। बहुत ही ज्यादा प्यारा कविता था। और आप स्वैल में अपलोड करते रहे। हम सुनते रहेंगे। बहुत ही ज्यादा अच्छा है। थैंक यू।
Swell Team
@Swell · 0:15
थैंक यू सो? मच आकांशा फॉर? या लवली? वर्ड्स? है? आप सब लोगों की? ब्लेसिंग? रहेगी? मैं? यूँ ही अपनी आवाज से आप लोगों के दिल को लुभाती। रहूंगी? और है? किसी ने सच? कहा है? रात के बारे में? छलक? उठता है? दिल मेरा। जब भी में घर लौटती हूँ? छलक उठता है? दिल मेरा। जब भी। घर में लौटती हूँ। अपनों के संग?
हाई? थैंक यू सो मच फॉर लवली विशेस। रात के बारे में जितना कहा जाए? क* है। रात हर लोगों के लिए मायने रखती है। यंगेज के लिए कुछ अलग ख्वाब होते हैं। अगर बड़ों की बात की जाए उनके लिए अलग ही अलग ही वक्त होता है। अगर लव बाइट्स की बात की जाए तो वो भी अपने प्यार के साथ 1 अलग ही लंबा एंजॉय करते हैं। थैंक यू सो मच फॉर लवली विशेस? रियली? ग्लाइड तो है?