@ankit143
mr. Ankit Purohit
@ankit143 · 4:44

क्या प्राइवेट नौकरियां सरकारी से बेहतर हैं? हैं तो क्यों और नहीं है तो क्यों?

गुड मॉर्निंग गाईज चलो आज आपको 1 किस्सा बताता हूँ 1 छोटा कुशन भी है मेरे लिए आप बताइए क्या सही है क्या गलत है क्या जवाब दीजिएगा कि क्या प्राइवेट नौकरी या सरकारी से बेहतर है और अगर है तो क्यूँ नहीं क्यों इसका मेरा 1 फ्रेंड ने ट्रेन में मतलब में ट्रैवल कर रहा था उसने बताया कि वो है शादी शुदा है मतलब और उसकी वाइफ थी वो प्राइवेट जॉब में आचार थी और 4 लोग की सैलरी आपको बताया लाखों होती है और मेरा जो दोस्त है वो गवर्नमेंट के अन्दर असिस्टेंट असिस्टेंट मैनेजर एसबीआई बैंक के अंदर तो उसने बताया कि उसका कोई होम लोन था होम लोन की फाइल पूरी हुई और मतलब वो एसबीआई के ब्रांच में जाते हैं और बांस में जाके उन्होंन डॉक्यू जमा करवाए इसमें आपको पता होगा एसबीआई की क्या हालत है उनका सर्वर डाउन था तो उन्होंने बोला कि वह लंच वादना सीधा सीधा लंच के बाद आना और मेरा भी काफी भरोसा हो चुका है कोई काम हो लंच के बाद आना तो जब लंच के बाद देखा टाइम है थोड़ा सा तो 1 कॉर्नर में 1 सीट थी जिसमें लिखा होता है एस बी आई डीमेट करके वहाँ पर दोस्त को चुल थी की उसकी क्यूंकी उसकी मतलब वाइफ थी उसका पैसा बहुत था तो म्यूचुअल फण्ड में थोड़ा निवेश करने के लिए उसको पता करना था तो गया उस काउंटर में वहाँ पर 1 लड़की ऑव्यस बात है लड़की थी तो उसकी वाइफ को थोडा सा हुआ वहा पर क्यों जा रहा फिर उसने कोई बात नहीं चलो पता करने जाने 2 वो बैठी थी और मेरा दोस्त गया वहां काउंटर में काउंटर में जाते हुए पूछा की मै मेरको म्यूजिल फंड और फलाना सब मतलब इन्वेस्ट करना है तो वो पूछती है की वो कितनी सीटी सी गिरती है तो मेरा दोस्त बताता है अपनी वाइफ का की सीटी सी है और उसका दिमाग ही खराब हो जाता है इतनी सी टी सी तो हो नहीं सकती ऐसा क्या करे तो इसमें मेरा कोई जवाब था नहीं मेरे लिए मैं तो खुद सच में ऐसा क्या उस लाश में ताकि वो बेचारे बेचार है तो बात चलती तो मतलब ऐसी हसीमुशाहोने को उसने कहा कि मेरी वाइफ भी देख के उसको देख कर हसने लगे थे न कि भाई इतने पैसे ये फल और ये सब क्यों हो रहा है तो वो भी उठ के आगे उसकी वाइफ भी उठ के आगे कैसे बातचीत का तो मेरा यह मानना है कि नौकरी करने का मुख्य उद्देश्य पैसा क*ाना होता है अब आप गवर्नमेंट में करते हो या प्राइवेट तो देखो बहुत से क* लोग है जो 9 घंटे काम करते हैं आई एस आर एस या मतलब बड़ी बड़ी जॉब को छोड़ दे साइड में रखे उसके अलावा जो उसके नीचे वाली जॉब होती है खास ठीक होती है ठीक ठाक पैसा नहीं मिलता है हायर लोग मिलता है मैं राजस्थान की बात कर रहा हूँ है बिजली विभाग के अन्दर मेरा दोस्त है वो काम करता है और उसके मतलब बिजली विभाग के अन्दर ऐसी तो छोड़ो पंखा भी नहीं चलता और बात वही अगर दिन भर कोई काम नहीं करना अगर बैठना ही है तो वो भी मुश्किल है देखा नहीं हो और मेरे को 11 और मजेदार बात ये लगी कि सरकारी नौकरी में और लाखों लोग चुनिंदा से किसी कुछ क* लोगों को चुना होता है मतलब जो बैठे हैं वो भी बेस्टम बेस्ट है मतलब सरकारी बैंक के लेडीसबैठीथीआदमी बैठे थे जो ब्रांस था वो बेस्ट लोगों का था जो सेलेक्ट हो के गए और वो भी इतने घटिया काम कर रहे हैं मेरी बात करता हूँ मेरा भी 1 और तीसरा दोस्त है जो इंजीनियर इलेक्ट्रिक इंजीनियर है वो ट्रेन में अभी आप सोच भी नहीं पाओगे क्या काम कर रहा है वो वो 1 इंजीनियर है और उसको मतलब रेलवे के अन्दर जॉब मिली थी अभी एमपी के मतलब कोई बड़े स्टेशन के कंबल के चद्दर नहीं होता क्या वो दुलाने का उसमे मतलब मेन है वो और उसको यही रिपोर्ट ऊपर नही होती है कि कितने दिन में कितने धुलवाए नहीं मोदी जी मतलब के साथ बहुत बुरा किया बाकी आप बताइए आप क्या सोचते हैं इसके बारे में देखते हैं चलो आपका वेट करता हूँ उस वेल्ड में चलो बाय गुडनाईट।
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