@ankit143
mr. Ankit Purohit
@ankit143 · 1:05

Ask well aisha kyu hota hai

मेरे मन में 1 सवाल है जब कभी तुम ऐसा फील करते हो, अकेले या टूटा सा महसूस करते हो तुम्हारा फैमिली का सब सपोर्ट है तुम अच्छी जॉब कर हे हो तुम्हारी सैलरी अच्छी है पर क्यों रात को या ऐसे वक्त को तुम अजीब सा फील करते हो ऐसा लगता है कि जैसे है तुम्हे किसी चीज की डिप्रेशन या एंजाइटी लेकिन वो नहीं है तुम्हें पता है तुम्हारी जान की कितनी वैल्यु है तुम कितने इम्पॉर्टेंट हो सबके लिए ब* कहीं न कहीं ऐसा होता है हफ्ते में कुछ हफ्ते में मतलब 45 बार आपके साथ ऐसा होता है जब अपना हेड को सब ऑफिस के काम से अपने पढ़ाई से सब फ्री हो गई के जब है आते हो तो 1 वो 1 घंटा 2 घंटा आपके दिमाग ऐसा अजीब सा हो जाता है तुम्हारी आँखों से आंसू आ सकते हैं तुम रोना चाहते हो तुम रो नहीं पाते हो यह क्या है यह क्यों होता है अगर पॉसिबल है तो कोई ह**्प कर सकता है लेट मी आम रेटिंग थैंक यू सो मच।
@Mann-mannse
Mann se
@Mann-mannse · 0:44
आप क्या wky fusion to do have frends गिनती ाले frends फ्रेंड फ्रेंड मींस जिनसे आप कुछ भी कह सकते हैं कुछ भी फाइंड समवन जिनसे आप कुछ भी कह सकते हैं। कभी भी कैसे भी लिक न उसे गाली देनी है तो उसके मुंह पर गाली दे सकते हैं। बिना ये सोचे कि उसे बुरा लगेगा। जब लाइफ में ऐसा कोई बंदा मिल जाएगा तो ये खाली पन आपका दूर हो जाएगा।
@garimapal
garima pal
@garimapal · 2:37
हाई अंकित ऐक्चवली हैप्पनस वित सो many और जहाँ तक मुझे लगता है इसके पीछे कारण यह है कि जो हम चाहते थे वो हमें मिला नहीं और जो हमें मिला है उसको हम चाह नहीं पा रहे हैं और हम जो कर रहे हैं वो हमारे अपनों के लिए कर रहे हैं तो इन सारी उलझनों में हमने खुद को कहीं न कहीं लॉस्ट कर दिया होता है हम अपनी मर्जी से जीना चाहते थे लेकिन वो नहीं कर पा रहे हैं बहुत सारी रेस्पॉसिबिलिटीज, बहुत सारी वर्डन्स हमारे ऊपर आ जाते हैं करना वो सब बढ़ता है हमको हमारी फैमिली के लिए, हमारे लव वंस के लिए क्योंकि वो हमारी रेस्पॉंसिबिलिटी होती है सब कुछ अच्छा होता है फिर भी हम उस सब कुछ अच्छे में से अपने लिए कुछ अच्छा नहीं निकाल पाते है तो ये होता है बहुत लोगों के साथ में होता है यह खालीपन हो ही जाता है क्योंकि जैसा हमें चाहा था वो नहीं मिला हमें और देखिये ये सभी के साथ होता है और अगर जो चाह लिया वो मिल गया तो ये जिंदगी नहीं रह जाएगी हां यह जरूर है कि कोई न कोई आपके साथ में, आपके पास में कोई दोस्त, कोई आपका रिलेटिव को, कोई भी ऐसा पर्सन हो जिसके साथ में आप अपनी बातें शेयर कर सकें तो डेफिनेटली कहीं न कहीं थोड़ा सा इसका आप कह सकते हैं कि 1 रास्ता मिल जाएगा आपको अपने इस फ्रस्टेशन से बाहर आने का ये जो घुटन है आपके अंदर की उसको आप थोड़ा सा क* कर पाएंगे तो को कोशिश करें कि किसी ऐसे इंसान से बात कर पाएं, डेली बात कर सके तो डेली बात कर सके लेकिन जरूरी नहीं है कि अपने आप को पूरी तरह से किसी के भी सामने खोल कर रख दें जरूरी नहीं है कि उसे बता दें कि हां आप कहीं न कहीं कमजोर हो रहे हैं क्योंकि आजकल की दुनिया में न यह 1 मिथ लगता है कि कोई पर से आपको ऐसा मिले जो आपको बस यूं ही सुन ले तो ऐसा भी आपको बहुत सोच समझ के करना है क्योंकि अगर कहीं आपको उस इंसान ने किसी भी तरह का धोखा दिया तो आपको बहुत तकलीफ होगी तब ये स्टेशन और बढ़ जाएगा इसलिए कोशिश करें खुद को इन सारी चीजों से काम आउट करने की आल द वेरी वेस्ट।
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