जो आपके लिए आज सबसे ज़्यादा क़ीमती है…वो कल भी रहेगा ???
लेकिन अगर आपको लगता है कि आपकी प्राथमिकताएं हमेशा से 1 ही रही है? लेकिन आपकी परिस्थिति बदली है? आपका नजरिया बदल चुके हैं? लेकिन आपकी प्राथमिकताएं कभी नहीं बदली है। और वो प्राथमिकता को इस शख्स है। तो यकीन मानिए दोस्त आप प्रेम में हैं। आप अभी तक प्रेम में हैं। और प्रेम की कोई सीमा नहीं होती है। और प्रेम प्राथमिकताओं को बदलने की इजाजत भी नहीं देता। हाँ यह कहना सही होगा कि 2 लोगों के बीच अंडरस्टैंडिंग होना बहुत ज्यादा जरूरी है। रिस्पेक्ट होना बहुत ज्यादा जरूरी है।
प्राथमिकता? हाँ? ये वो शब्द है जो हमें जीवन में सर्वाधिक महत्वपूर्ण मानते हैं। जिस शब्द को और ये हमें ऐसे संजॉय करके रखता है। और हमारे लक्ष्यों की ओर निरंतर हमें प्रेरित करता रहता है। और प्राथमिकता हमें अपने समय उपाय संसाधनों का उचित उपयोग करने के लिए प्रेरित करती है। जब हम अपने जीवन में प्राथमिकता को उपेक्षा करते हैं? तो हम दुख को निमंत्रित करते हैं और अपने लक्ष्यों तक पहुँचने की क्षमता कम हो जाती है। प्राथमिकता की महत्वता बहुत ही व्यक्तिगत है।