Ahmad Rizwan
@ahmad940 · 1:30
लोग काटो से बच के चलते है हमने तो फूलो से ज़ख़्म आए हैं
बहुत अच्छी लाइन है तो मेरे को लगा की मुझे आप लोगो को सुनाने चाहिए रिकॉर्ड करता हूँ तो इस तरीके से है ये लाइन की लोग काटों बच के चलते हैं। हमने तो फूलों से जख्म खाए हैं। तुम तो गैरों की बातें करते हो, हमने तो अपने भी आजमाये हैं। और ना छेड़ो हमें। हम सताए हुए हैं। न छेड़ो। हमें। हम सताए हुए हैं। बहुत जख्म सीने पे खाए हुए हैं। सितमगर हो तुम। खूब पहचानते हैं तुम्हारी। अदाव को।
Neelam Singh
@NEELAM · 0:28
बहुत खूब अहमद साहब इसी बात पर मैं आपको अपना लिखा हुआ 1 सेर सुनाती हूं छोटा सा टूट कर गिरे हैं कुछ तारे मेरे दामन में टूट कर गिरे हैं कुछ तारे मेरे दामन में लाओ उन्हें तुम्हारे कदमों में निसार दूं मेरी दुनिया तुम्ही से है लाओ अपनी दुनिया सवार दूं मेरी दुनिया तुम्ही से है लाओ अपनी दुनिया सवार दूं।