Satish Verma
@Adhoora · 1:06
Life l जिंदगी
पल जिंदगी। फिर? समय न? वापस आये। जी लो तुम। जिंदगी? जाने कब धुआं बन जाए? जाने कब धुआं बन जाए। बहुत बहुत धन्यवाद। आप लोगो का और ऐसी बहुत सी कविताएं हैं जो मैंने लिखी है। मैं आपको 11 करके ऐसे सुनाता रहूँगा और आशा करता हूँ आप लोगो को। पसंद आये धन्यवाद।
हेलो? आपका यह स्वेल मुझे बहुत अच्छा लगा। जिस तरह आप जिंदगी का वर्णन किया। सच में बहुत अच्छा लगा। हमें यह पता नहीं चलता है कि जिंदगी बहुत छोटी है। और 1 लंबे में सब कुछ बदल सकती है? कई कुछ हो सकते है। पर हम ये इस बात को जांच कर भी इसे बहुत इग्नोर कर देते हैं। और हम हर पल या कल मतलब जो होने वाला है उसके बारे में नहीं। तो जो हुआ है उसके बारे में सोचते हुए हमारा जो प्रेजेंट का पल है वर्तमान का जो पल है उसे जीना भूल जाते हैं। पर हम सबको यह समझना चाहिए कि जिंदगी में कब क्या होगा? यह किसी को पता नहीं है और कब क्या होने वाला है?
Satish Verma
@Adhoora · 0:17
थैंक? यू सो। मच गोरी। आपको मेरी कविता पसंद आई और आपने सही कहा कि हमें पता नहीं होता कल क्या होने वाला है? इसलिए हमें हर 1 पल खुश होके। जीना चाहिए। धन्यवाद आप लोगों का धन्यवाद।
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 1:52
फिर क्या होता है? किसको क्या पता? किसकी डोर? किसके हाथ में है? और जीवन और मृत्यु में? जो अडिग सत्य है वो अंत है। तो बहुत बहुत अच्छे से आपने भाव प्रस्तुत किए हैं। और मुझे क्या लगता है? आपने? और आपके लिखावट में? मेरे लिखावट में? क्या समानता? मुझे प्रतीत होती है? मैं भी ज्यादा लंबा? नहीं लिखता? स्पेशली। जब हिंदी की पंक्तियां लिखनी होती है। बहुत कम लिखता हूँ। और उसी में।
Satish Verma
@Adhoora · 0:44
thank you so much sri? मुझे प्रेरित किया था स्वल्प प्लेटफार्म के लिए। कोर्ड के हूँ सब आपके। गाidnsकethro हूँ। तो शायद ये सब चीजें। कहीं न कहीं मेरे दिल में कहीं न कहीं किसी कॉपी के पन्नों में रह जाती। मैं अपने विचार वक्त नहीं कर पाता। और आप के सपोर्ट से हमने एमाजॉन ई बुक लॉन्च की है। तो बहुत बहुत धन्यवाद। सर्जी आपका।
Swell Team
@Swell · 0:15
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 1:55
तुम्हारी लाइफ में? बहुत बिजी हो। बहुत ट्रैवल करना पड़ जाता है? ऑफिस? से? से? ऑफिस। उसके बावजूद। तुम टाइम निकाल रहे हो? तो? बहुत अच्छी बात है। और हाँ? ये बुक हुई। और मैं चाहता था कि तुम्हारी वो बुक हो। और बहुत बढ़िया लगा। मैं सिलर भी हुए। तुम को? क्यों भूल रहे हो? तो? उसके लिए भी बहुत बहुत मानक। बात। तो बस? अब अगली तुम्हारी 10 पोइम्स का वेट कर रहा हूँ। और ऐसे ही लिखते रहो। ऐसे ही दुनिया में। आनंद।