@Adhoora
Satish Verma
@Adhoora · 1:16

कोख की पुकार

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लोगों ने न करी। मदद उस बेचारी की हैवानों से भीड़। वहाँ बहुत ही मां सुना। जो तेरे कानों से कदम। किसी का? 1 कान उठा? मुर्दा के बाजारों से? क्या? यही बाहर की दुनिया? माँ सुना? जो तेरे कानों से मतलब है। लोग यहाँ अपना फर्ज निभाने से रहने दे। माँ रहने दे कोख मुझको? रहने दे। डर लगता है। आने से? सुना। जो तेरे कानों से रहने दे, वहां रहने दे कोख मुझको? रहने दे। धन्यवाद।

#poetry

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