हेलो दोस्तों। कैसे हैं? आप? मैं अपनी कुछ रचनाएं आपके साथ शेयर करना चाहता हूँ। मैं जीना चाहता हूँ? और सुकून से जीना चाहता हूँ। मतलबी है लोग? यहाँ। मैं उन सब से बचना चाहता हूँ। अगर है तरीका? तो? बचपन? वापस जाता हूँ। न? चिंता हो। किसी की। न धोका हो। किसी का। उस दुनिया में। दोबारा जाना चाहता हूँ? भाग दौड़ में। सब छूट गए। बचपन? छूटा? दोस्त? छूट गए। उन सबको। जोड़ना चाहता हूँ?

#Adhoora , #poetry

@challasrigouri
Challa Sri Gouri
@challasrigouri · 1:16
हेलो? सतीश? फस्ट वेलकम टू? द स्वेल? प्लैटफॉर्म। मुझे आपकी स्वेल? बहुत अच्छा लगा। आपकी पोइटरी बहुत अच्छा लगा। आप जिस तरह मतलब लोग उन से बचना चाहते हैं। जिस तरह 1 नई, नई तरह से जिंदगी में आगे बढ़ना चाहते हैं, नई तरह से जीना चाहते हैं। से बचके। एस्पेशली। मतलब लोगों से बच कर आगे बढ़ना चाहते हैं। जिस तरह उसका वर्णन किए। मुझे बहुत अच्छा लगा। और जिस तरह आपने सब कुछ हमारे साथ शेयर किया।
@TheDevilsHorse
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 2:22

@challasrigouri @Adhoora

दूसरे स्पेल में प्रीति जी ने 1 चीज पूछी थी कि कि हम अपनी कंपनी में रहते हैं? क्या? मतलब? हम अपने से? हम अपने को? कितना समय देते हैं? तो मुझे लगता है कि इस शहरीकरण में और की भाग दौड़ की दुनिया में। ये प्लेटफार्म बहुत जबरदस्त है। जहाँ पे, आप, मैं। और हमारे जैसे अंग लोग, अपनी भावनाएं, सोच, पोएम? और क्या? कुछ नहीं शेयर कर रहे हैं? सो वेलकम ऐसे ही अपनी पोएट्री, अपनी थॉट्स कुछ रचनाएं हमारे बीच साझा? करते रहिये।
article image placeholderUploaded by @TheDevilsHorse
@Adhoora
Satish Verma
@Adhoora · 0:27

@challasrigouri

बहुत बहुत धन्यवाद। गौर जी। स्व। काफी अच्छा प्लेटफार्म है। जहाँ पर हम अपने भावों को वक्त कर सकते हैं, अपनी कुछ बातें शेयर कर सकते है। तो काफी अच्छा लगा। first experin? और भी अच्छी? अच्छी रचनाएं में शेयर करता रहूँगा। धन्यवाद।
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